भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच बुधवार को जिला परिषद के चेयरमैन पद के चुनाव संपन्न हुए। मक्खन सिंह लबाना को सर्वसम्मति से चेयरमैन चुन लिया गया। चुनाव के वक्त सदन में जिला परिषद के 15 में 14 सदस्य मौजूद रहे। हालांकि 27 अगस्त को अविश्वास प्रस्ताव के माध्यम से हटाये गये चेयरमैन राजेश लाडी ने चुनाव प्रक्रिया में हिस्सा नहीं लिया। चुनाव परिणाम सामने आते ही मक्खन सिंह लबाना को उनके समर्थकों ने फूल मालाएं पहनाकर स्वागत किया और लड्डू बांट खुशी मनाई। आज डीसी के निर्देश पर एसडीएम दर्शन कुमार की अध्यक्षता में जिला परिषद चेयरमैन की चुनाव प्रक्रिया प्रारंभ हुई। एडीसी ऑफिस के डीआरडीए काॅन्फ्रेंस हाल में हुए चुनाव के समय डीडीपीओ और तहसीलदार मौजूद रहे। शांतिपूर्वक एवं निष्पक्ष ढंग से चर्चा करवाने के लिए अतिरिक्त डीसी कार्यालय के नजदीक पुलिस के पुख्ता प्रबंध किए गए थे। बाकायदा डीआरडीए कॉन्फ्रेंस हाल के बाहर पुलिस की तैनाती की गई थी। गेट की एंट्री पर पुलिस अधिकारी ने हर मेंबर का परिचय जांचने के बाद उन्हें सदन में जाने की अनुमति दी। जिला परिषद मेंबरों और चुनाव प्रक्रिया में जुड़े लोगों को छोड़कर किसी को अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गई।
वार्ड 2 से मंजीत कौर, वार्ड 3 से पंकज सैनी, 4 से राजेश देवी, 5 से रजत सिंह, 6 से हरविंद्र कौर, 7 से मुकेश कुमार, 8 से अंकिता, 9 सेे मक्खन सिंह, 10 से साक्षी गौड़, 11 से करनैल सिंह, 12 से गुरजीत, 13 से पिंकी देवी, 14 से सुखविंद्र सिंह व 15 से दीपिका चुनाव प्रक्रिया में शामिल रहे। वार्ड 1 से निवर्तमान चेयरमैन राजेश कुमार लाडी अनुपस्थित रहे। मालूम हो कि गत 27 अगस्त को अविश्वास प्रस्ताव पर हुए मतदान में राजेश कुमार लाडी की कुर्सी चली गई थी। मतदान के तहत 10 वोट अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में व 5 वोट अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ डले था।
8 साल का इंतजार खत्म, पहले भी दो बार रहे प्रबल दावेदार
आखिरकार मक्खन सिंह लबाना ने 8 वर्ष के लंबे इंतजार के बाद जिला परिषद के चेयरमैन की कुर्सी प्राप्त कर ली। राजनेता इसे लबाना के पुन: भाजपा में शामिल होने का तोहफा बता रहे हैं। वह हाल ही में पार्टी में शामिल हुए थे। वर्ष 2017 और वर्ष 2022 में हुए जिला परिषद चुनाव के बाद मक्खन लबाना चेयरमैन पद के प्रबल दावेदार रहे लेकिन पहली बार क्राॅस वोटिंग और दूसरी बार राजनीति तिकड़मबाजी के समक्ष सफल नहीं हो सके। दोनों ही समय वह गैर भाजपाई थे, लेकिन इस बार भाजपा में प्रवेश के तुरंत बाद पार्टी ने तोहफे के रूप में उन्हें जिला परिषद चेयरमैन की कुर्सी संभलवा दी जिसका वे लंबे समय से इंतजार कर रहे थे। निर्वाचन के बाद मक्खन लबाना ने कहा कि वे भाजपा की नीतियों व सिद्धांतों तथा नेताओं के मार्गदर्शन के अनुसार कार्य करते हुए पार्टी को मजबूत बनाने का काम करेंगे।