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डॉलर कमाने की चाह में 75 लाख गवांए, दो साल झेली यातनाएं

पीड़ित बोला- डंकी के रास्ते विदेश जाना ठीक नहीं, अपने देश में ही रोजगार तलाशें

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कुरुक्षेत्र में रविवार को मामले की जानकारी देता परिवार के साथ बैठा सोनू।  -हप्र
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गांव बारना का नैन आर्य उर्फ सोनू डॉलर कमाने की इच्छा के साथ 2 साल पहले भारी रकम खर्च करके अमेरिका गया था, लेकिन 75 लाख रुपये गवां बैठा और अमेरिका में दो महीने जेल में यातनाएं झेलकर बेड़ियों के साथ वतन लौट आया। पिता सत्यवान ने जमीन बेचकर अमेरिका भेजा था, लेकिन उसने तब यह नहीं सोचा था कि उसके बेटे को बेड़ियों में कैद होकर घर लौटेगा। पीड़ित सोनू ने कहा कि कोई भारतीय डंकी रूट से विदेश न जाए। दो सालों में उसने वहां जो झेला है, यदि वह यहां कुछ पैसे खर्च करके किसी काम धंधे लगाता और मेहनत करता तो यहां भी सफलता हो जाता। उसने युवाओं को संदेश दिया कि विदेश जाने की बजाय अपने ही देश में रोजगार की तलाश करें।

सोनू ने आपबीती सुनाते हुए कहा कि उसे अमेरिका जेल से 18 नवंबर को बेड़ियों में बांधकर जहाज में बैठाया गया। वह अन्य युवकों जिनमें एक गैंगस्टर भी शामिल था, के साथ 20 नवंबर को दिल्ली के इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरा और तब कहीं जाकर उसकी बेड़ियां खोली गईं। पुलिस की पूछताछ के बाद उसे घर भेजा गया। उसने कहा कि वह 2023 में एजेंट के माध्यम से अमेरिका गया था और एजेंट ने उसे सीधा अमरीका भेजने का भरोसा दिया था, लेकिन रास्ते में उसे स्पेन उतार दिया गया। स्पेन से उसे पैदल ही जंगल का रास्ता पार करने को कहा गया। यहां से वह सर्बिया जंगल से होता हुआ खंडहरों में रहकर आगे बढ़ता गया। रास्ते में उसका पासपोर्ट, फोन और डॉलर भी छीन लिए गए थे। वह -2 डिग्री तापमान में रहने के लिए मजबूर था। एक-दूसरे से बात करने पर उन्हें मारा-पीटा जाता था। बंदूकों के साथ डोंकर उन पर नजर रखते थे। रूखी-सुखी ब्रेड खाने में मिलती थी। अमरीका पहुंचने के लिए एक दीवार क्रॉस करवाने के दौरान डोंकर के बीच आपस में ही गोलियां चलती रहती थीं। डोंकर एक-दूसरे से अमेरिका जा रहे लोगों को अपने पास बंधक बना लेते थे, ताकि उनको डरा-धमका उनसे पैसे एेंठ सकें। लगभग एक महीना उन्हें जंगल पार करने में लग गया। अरमेनिया में पहुंचते ही पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। उन्हें बुरी तरह पीटा गया। पैसे लेकर ही उन्हें छोड़ा गया और कार्ड उनके हाथ में थमा दिया। यहां से फिर उन्हें पैदल अमेरिका की दीवार पार करने के लिए भेजा गया। अमेरिका में उन्हें जेल में भेज दिया गया। लगभग 6 महीने तक वह जेल में रहा और बाद में उसे बेड़ियां लगाकर वापस भेज दिया गया। सोनू ने बताया कि एजेंट ने उससे लगभग 31 से 32 लाख रुपये लिए। उसके कुल 75 लाख रुपये खर्च हो गया। अब घर वालों से सलाह करके एजेंट के खिलाफ पुलिस में शिकायत करने की सोच रहा है।

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