भगवान विष्णु ने तीन पग भूमि मांग कर तोड़ा राजा बलि का अहंकार : कथाव्यास
जगाधरी, 9 मार्च (हप्र)
लेबर कॉलोनी जगाधरी के विशाल पार्क में चल रही श्रीमद भागवत कथा अमृत सप्ताह के चतुर्थ दिवस कथाव्यास निलेश कौशिक श्रीधाम वृंदावन वाले ने राजा बलि का प्रसंग सुनाया।
उन्होंने कहा राजा बलि को अपने दान देने पर अभिमान हो गया था। असुरों के राजा बलि ने देवताओं को युद्ध में पराजित कर दिया था। इससे देवाता घोर संकट में आ गए थे। निलेश कौश्कि ने बताया कि देवताओं की समस्या के समाधान हेतु विष्णु भगवान ने वामन रूप लिया और राजा बलि के पास पहुंचे।
भगवान ने राजा बलि से दान में तीन पग भूमि मांगी, जिसे राजा ने दान देना स्वीकार किया। उन्होंने बताया कि शुक्राचार्य ने विष्णु भगवान को पहचान लिया था और उसके मना करने पर भी बलि ने कहा कि जब भगवान स्वयं मेरे द्वार पर दान मांगने आए हैं तो मैं उन्हें कैसे इनकार करूं।
जब राजा बलि ने बावन भगवान को तीन पग भूमि मापने के लिए बोला तो भगवान ने अपना आकार बढ़ा लिया और एक पग से भूमि और दूसरे पग से स्वर्ग नाप लिया। तीसरे पग के लिए राजा बलि ने वामन भगवान को अपने सिर पर रख संकल्प पूरा करने को बोला। कथा व्यास ने कहा कि राजा बलि का अहंकार टूट गया, मगर वामन भगवान ने उसके इस त्याग से प्रसन्न हो उसे पाताल लोक का राजा बना दिया। निलेश कौशिक ने कहा कि दान देते हुए कभी भी अभिमान नहीं करना चाहिए। इस मौके पर सौरभ गुप्ता, संदीप अग्रवाल, विक्की, सचिन बंसल, तनिश, सुशील गुप्ता, प्रदीप मित्तल, सुरेश भारद्वाज,
रमेश वशिष्ठ, फूलचंद, केवल कृष्ण सैनी आदि भी मौजूद रहे।