‘मनुष्य में करुणा और नैतिक मूल्य विकसित करता है साहित्य’
केएम राजकीय महाविद्यालय नरवाना में हिंदी विभाग व भारतेंदु परिषद के तत्वावधान में एकदिवसीय विस्तार व्याख्यान का आयोजन विभाग अध्यक्ष प्रोफेसर जगबीर दूहन के निर्देशन में किया गया। कार्यक्रम का विषय था, आज का युवा और साहित्य। इस व्याख्यान के मुख्य वक्ता असीम राणा वरिष्ठ साहित्यकार नरवाना रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए प्राचार्या डॉ मीनू सिंह ने कहा कि साहित्य संवेदनाओं को जागृत करने वाला होता है। यह मनुष्य में करुणा, मानवीय और नैतिक मूल्य को विकसित करता है। इसलिए युवाओं को अध्ययन की प्रवृत्ति को अपनाना चाहिए। मुख्य वक्ता श्री असीम राणा ने कहा कि साहित्य ने हमेशा नई पीढ़ी को दिशा दिखाने का काम किया है। आज का युवा तकनीकी युग, सोशल मीडिया और परिवर्तित जीवन शैली के कारण साहित्य से विमुख होता जा रहा है, जो सही नहीं है। साहित्य का अध्ययन युवाओं को अपनी जड़ों और भाषाओं की गरिमा से जोड़ता है। बदलते युग में युवा साहित्य से जुड़े रहने के लिए ब्लॉग, इंस्टाग्राम, रील यूट्यूब और पॉडकास्ट के माध्यम से भी साहित्यिक गतिविधियों को प्रारंभ कर सकते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रतिदिन महत्वपूर्ण घटनाओं को डायरी में लिखने व सृजनात्मक सोच को विकसित करने के लिए कविता, कहानी आदि लेखन के लिए तुकबंदी करने की सलाह दी। श्री असीम ने बीच-बीच में अपने गीतों के माध्यम से विद्यार्थियों में राष्ट्रीय भावना व हास्य व्यंग्य की रचनाओं से आनंदित किया। प्राचार्या व आयोजकों द्वारा मुख्य वक्ता को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। कार्यक्रम के अंत में मुख्य वक्ता ने हिंदी विभाग द्वारा गोद लिए पार्क में पौधारोपण भी किया। कार्यक्रम का मंच संचालन एम ए हिंदी प्रथम वर्ष के छात्र मनजीत सिंह ने किया। प्रोफेसर सुल्तान सिंह ने व्याख्यान में उपस्थित सभी अतिथियों का धन्यवाद किया।
