कमालपुर टापू व पोबारी में भूमि कटाव, गांव से 200 मीटर दूर यमुना नदी
यमुना में आए 3 लाख 40000 क्यूसेक पानी के बाद इसका असर जिला के अलग-अलग गांव में देखने को मिल रहा है। जहां टापू कमालपुर और गांव पोबारी में भूमि कटाव शुरू हो चुका है। इसे रोकने के लिए सिंचाई विभाग द्वारा प्रयास शुरू कर दिए गए। डीसी पार्थ गुप्ता, एसपी कमलदीप गोयल, सिंचाई विभाग के सुप्रीटेंडेंट इंजीनियर आरएस मित्तल सहित अन्य अधिकारियों ने प्रभावित गांव टापू कमालपुर व पोबारी का दौरा किया। टापू कमालपुर में यमुना नदी से मात्र 200 मीटर दूर है। कटाव अभी भी हो रहा है। अगर पानी और ज्यादा आया, भूमि कटाव बढ़ गया तो गांव के लिए मुसीबत पैदा हो सकती है। पिछले साल गांव की 80% आबादी ने ऐसी परिस्थितियों के पैदा होने के बाद पलायन कर लिया था। गांव वासियों का कहना है कि प्रशासन ने पिछली बार की बाढ़ से सबक लेते हुए 7 करोड़ से लगभग 2 किलोमीटर एरिया में स्टड लगाए थे, जिससे कुछ बचाव हुआ है, लेकिन खतरा अभी बना हुआ है। डीसी ने कहा कि दो दिनों में हुई भारी वर्षा से यमुना से 3 लाख 40000 क्यूसेक पानी आया था, जो आज 1 लाख 40000 क्यूसेक है। कुछ जगह कटाव हुआ है, वहां मिट्टी के कट्टे डालकर कटाव को रोकने का प्रयास किया जा रहा है। सवा सौ गांवों में मुनादी कराई जा रही है कि वह यमुना से दूर रहें और अधिकारियों को प्रभावित गांवों में तैनात किया गया है। वहीं यमुना में पहाड़ों से आई लकड़ियां निकालते समय डूबे 2 युवकों का अभी तक पता नहीं चला है। एसपी कमलदीप गोयल ने बताया कि सभी थाना प्रभारी को निर्देश दिए गए हैं कि वह अपने-अपने यमुना के साथ लगते इलाकों में तैनात रहे, सरपंचों से तालमेल बनाकर रखें। उन्होंने बताया कि कलानौर अंडरपास पर पानी आ गया था उसे बंद किया गया है।