वाल्मीकि समाज की अंतर्राष्ट्रीय राजधानी बनेगा कुरुक्षेत्र का मंदिर : बेदी
कुरुक्षेत्र का महर्षि वाल्मीकि मंदिर वाल्मीकि समाज की अंतर्राष्ट्रीय राजधानी बनेगा। करोड़ों वर्ष पहले भगवान वाल्मीकि ने महाकाव्य रामायण की रचना कर दुनिया के नागरिकों को जीवन दर्शन दिखाया। सृष्टि के लोगों को बताया कि व्यक्ति का व्यवहार और आचरण कैसा होना चाहिए। अब महापुरुषों के नाम पर शिक्षण संस्थान स्थापित किया जा रहे हैं। देश में सनातन धर्म को दोबारा से जीवित किया जा रहा है और वर्ष 2047 तक सनातन भारत पूर्ण रूप से विकसित होगा। ये विचार सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री कृष्ण बेदी ने मंगलवार को कुरुक्षेत्र की वाल्मीकि धर्मशाला में आयोजित जिला स्तरीय वाल्मीकि जयंती समारोह में बतौर मुख्य अतिथि कहे। इससे पहले मंत्री बेदी ने मंदिर में महर्षि वाल्मीकि की विधिवत पूजा की और वाल्मीकि मंदिर के नवनिर्मित भवन का उद्घाटन किया। मंत्री बेदी का वाल्मीकि आश्रम समिति की तरफ से पगड़ी पहनाकर स्वागत किया गया।
बेदी ने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा सभी संत महापुरुषों के जयंती समारोह को सरकारी खर्च पर मनाया जा रहा है। इनकी शुरुआत 24 अक्टूबर 2015 को कैथल से भगवान महर्षि वाल्मीकि जयंती मनाने से हुई थी। अब चाहे भगवान वाल्मीकि जयंती समारोह हो, संत शिरोमणि रविदास जयंती, संत शिरोमणि कबीर जयंती, बाबा साहेब डॉ. बीआर अंबेडकर जयंती, महात्मा ज्योतिबा फुले, भगवान विश्वकर्मा, महाराज दक्ष प्रजापति, महाराज धन्ना भगत, भगवान परशुराम आदि जितने भी हमारे आदर्श हैं, जिनकी प्रेरणा से पूरा समाज चलता है, उनके जीवन जयंती समारोह को केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने मुख्यमंत्री होते हुए सरकार के खर्चे पर मनाना शुरू किया था। अब मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी उस परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं। मौके पर एसडीएम शाश्वत सांगवान, महाराज संगम नाथ, वाल्मीकि सभा प्रधान जागीर सिंह, अंतर्राष्ट्रीय जाट धर्मशाला प्रधान डॉ. कृष्ण श्योकंद, सैनी धर्मशाला प्रधान गुरनाम सैनी, जिला कल्याण अधिकारी दीपिका, चेयरमैन सुभाष सैनी, नायब सिंह पटाक माजरा, मलकीत ढांडा, शिव कुमार, दीपक गिल, यशपाल, सुखलाल, सुधीर, जोगीराम, उपप्रधान रामनाथ मौजूद रहे।