खेतों में बनाया किचन गार्डन, नीचे सब्जियां ऊपर फलों के पेड़
रमेश सरोए/ हप्र
करनाल, 18 जून
करनाल के रहने वाले किसान ने खेतों में किचन गार्डन बनाया है, जिसे देखकर हर कोई हैरान हो जाता है। किचन गार्डन में नीचे सब्जियां उगाई जाती हैं और ऊपर फलों के पेड़ लगे हुए हैं, जिन पर अलग-अलग किस्मों के फल लगते है। किसान द्वारा बनाए गए किचन गार्डन के चर्चे करनाल के अलावा उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा भर में हैं। इसे देखने के लिए कई राज्यों के किसान करनाल के किसान भगवंत संधू के खेतों में पहुंच जाते हैं और तरह-तरह की जानकारियां लेने के लिए काफी उत्साहित नजर आते हैं।
किसान भगवंत संधू ने बताया करनाल के नगला फार्म में उनका डेरा है। खेतों में बने फार्म में ही उन्होंने सवा एकड़ जमीन में अपने और अपने परिवार और रिश्तेदारों के लिए ऐसा किचन गार्डन तैयार किया है, जिसमें नीचे सब्जियां उगती हैं और ऊपर फल पेड़ों पर लगता है। फलों की बात करे तो सीजन के हिसाब से उनके पास सब तरह के फल उनके गार्डन में उगते हैं और बहुत अच्छा फल भी पेड़ों पर लगता है। इनमें से कुछ ऐसी किस्में है, जो बिना जलवायु के भी हो रही है। जैसे लीची, काफी बेहतरीन क्वालिटी की लीची है। उन्होंने बताया 7-8 किस्मों के अमरूद भी यहां होते हैं। लीची, गोल्डन सेब, चीकू, अमरूद, जामुन, नाशपाती, अंजीर, चखोत्रा, आम की भी कई वैरायटी उनके गार्डन में होती है।
अपने फ्रूट उगाकर खाने का अलग ही स्वाद
किसान भगवंत सिह ने बताया अपने आप स्वयं फ्रूट को उगाकर खाने का स्वाद अलग होता है, नवंबर महीने में दवाई जरूर लगाते हैं। इसके अलावा किसी भी तरह के खाद का प्रयोग बिल्कुल भी नहीं करते, बिल्कुल ऑर्गेनिक तरीके से किचन गार्डन की खेती की जाती है। उन्होंने बताया मेरे दादा पड़दादा भी खेती किया करते थे, उनके दादा बागों में बादाम, अखरोट की खेती करते थे, अब भी यहां पर हम कुछ हिस्से में खेती करते हैं।
बाजार में मिलने वाली फल व सब्जियों में होता है दवाइयों का सप्रे
किसान ने बताया कि सब्जियों और फ्रूट में काफी ताकत होती है, लेकिन बाजारों में अच्छे फल और सब्जियां नहीं मिलती। फल सब्जियों पर दवाई और स्प्रे काफी मात्रा में होती है, वे फल नहीं, जहर है। इसलिए मन में आया अपने खेतों में आप पेड़ लगाएं और अपना ही फ्रूट उगाकर खायें। किसान ने बताया कि सीजन के हिसाब से टोकरे भर-भर के उनके और उनके रिश्तेदारों और गांव के कुछ लोगों के घर सारा फ्रूट चला जाता है, सब मिलकर खाते हैं।
किसानों को दी नसीहत
किसान ने बताया उनके बाग को काफी दूर-दूर से लोग देखने आते हैं, जैसे उत्तर प्रदेश से नर्सरी वाले, पंजाब से भी लोग आते हैं। किसानों को समझाया भी जाता है। उन्होंने कहा किसानों को मैं केवल यही कहता हूं कि पेड़ वह लगाना चाहिए जो अच्छी वैरायटी का होता है, क्योंकि जब उस पर फ्रूट आए जब पता लगे की पेड़ कितना अच्छा है। कई पेड़ ऐसे होते हैं जिसमें पेड़ तो काफी अच्छा होता है, लेकिन फ्रूट अच्छे नहीं होते।
किसान अपने खेतों में जरूर लगाएं किचन गार्डन
किसान ने कहा उनके किचन गार्डन में कोई भी पेड़ लगा दो उस पर फ्रूट जरूर होता है। सेब जो पहाड़ों में होता है। अखरोट जो पहाड़ों में होता है वह हमारे किचन गार्डन में लगे हुए हैं। उन्होंने सभी किसानों से अपील करते हुए कहा कि सभी किसानों को खेती के साथ अपना किचन गार्डन जरूर बनना चाहिए। गांव के पूर्व सरपंच और भगवंत सिंह के भाई शेर सिंह ने कहा कि हमारे बड़े भाई भगवंत को फलों का काफी शौक है, जो फल हरियाणा में नहीं होता, इन्होंने अपने किचन गार्डन में लगाया है और अच्छे फल ले रहे हैं।