पीजीआई रोहतक से हटाये अनुबंधित कर्मचारियों के पक्ष में उतरी खाप पंचायतें
पीजीआई रोहतक से अनुबंध आधार पर लगे 1271 कर्मियों को हटाने के बाद अपनी नौकरी बहाली को लेकर दादरी में फोगाट खाप पदाधिकारियों से मिलकर समर्थन मांगा। साथ ही 21 जुलाई में रोहतक में होने वाली महापंचायत में फोगाट खाप को न्योता दिया। इस दौरान कर्मियों ने नौकरी बहाली नहीं होने पर आत्महत्या करने की चेतावनी दी है। वहीं फोगाट खाप ने हरियाणा की अन्य खापों के संग मिलकर हटाये कर्मचारियों की नौकरी बहाली को लेकर आर-पार की लड़ाई का ऐलान किया है।
पीजीआई रोहतक से हटाये गये हैं 1271 कर्मचारी
बता दें कि रोहतक पीजीआई में अनुबंध आधार पर कार्यरत 1271 कर्मचारियों को हटा दिया गया। नौकरी बहाली को लेकर हटाये कर्मचारी लगातार रोहतक में धरना देते हुए प्रदर्शन कर रहे हैं। ये कर्मचारी प्रधान नीलम रानी की अगुवाई में शुक्रवार को फोगाट खाप से समर्थन लेने पहुंचे। उन्होंने 21 जुलाई को रोहतक में होने वाली महापंचायत को लेकर फोगाट खाप को न्योता दिया। इस दौरान हटाये कर्मचारियों ने कहा कि नौकरी से हटने के कारण अब उनके समक्ष रोजी-रोटी के लाले पड़ गए हैं। यही हाल रहा तो परिवार का पालन-पोषण नहीं होने के चलते आत्महत्या करने पर मजबूर होना पड़ेगा। अब खाप पंचायतों पर ही उनका भविष्य टिका है।
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टाये गये कर्मचारियों के पक्ष में फोगाट खाप का पूर्ण समर्थन
वहीं फोगाट खाप के प्रधान सुरेश फोगाट ने कहा कि हटाये गये कर्मचारियों के पक्ष में फोगाट खाप का पूर्ण समर्थन है। रोहतक में 21 जुलाई को होने वाली महापंचायत को लेकर हरियाणा की दूसरी खापों के साथ मिलकर लड़ाई लड़ेंगे। वहीं मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से खाप द्वारा हटाये कर्मचारियों की नौकरी बहाली की मांग उठाई और कहा कि अगर नौकरी बहाली नहीं हुई तो खाप पंचायतें कड़े फैसले लेने पर मजबूर होंगी।
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