Karnal News : लिंगानुपात सुधार में करनाल हरियाणा में प्रथम
रमेश सरोए/हप्र
करनाल, 9 मार्च
‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ अभियान प्रदेश में जन आंदोलन का रूप ले चुका है, जिसके चलते लिंगानुपात सुधार में करनाल जिला में 1 हजार लड़कों की तुलना में 926 का आंकड़ा पार करने के कारण करनाल जिला हरियाणा का सिरमौर बन गया है।
इस उपलब्धि के लिए अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर पंचकूला में गत दिवस आयोजित राज्य स्तरीय महिला सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने करनाल जिला प्रशासन की ओर से अतिरिक्त उपायुक्त यश जालुका और महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी सीमा प्रसाद को लिंगानुपात सुधार में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर 2 लाख 50 हजार रुपये की राशि का चेक और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया, जोकि करनाल जिलावासियों के लिए गर्व की बात है।
बता दें कि वर्ष 2014 में जिला में लिंगानुपात 886 था, वर्ष 2018 में यह अनुपात बढ़कर 934 हुआ, वर्ष 2023 में लिंगानुपात 908 हो गया, जो कि वर्ष 2022 के लिंगानुपात से 5 पाइंट ज्यादा था। गत वर्ष 2024 में लिंगानुपात सुधार होकर 926 का आंकड़ा पार कर गया, जोकि वर्ष 2014 की तुलना में 40 पाइंट ज्यादा है।
कन्या भ्रूण हत्या जैसी सामाजिक बुराई को रोकने तथा लिंगानुपात की स्थिति में सुधार लाने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से सरकार द्वारा प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना, आपकी बेटी-हमारी बेटी जैसी महत्वपूर्ण योजनाएं चलाई जा रही हैं और इन योजनाओं का महिलाओं को लाभ उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि उपायुक्त उत्तम सिंह के कुशल मार्गदर्शन और महिला एवं बाल विकास विभाग के टीमवर्क के चलते करनाल जिला इस उपलब्धि को हासिल करने में सफल हुआ है।
81 वर्षीय शांता रंगा को सुषमा स्वराज पुरस्कार
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर पंचकूला में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने महिला उत्थान के क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने के लिए करनाल जिला की 81 वर्षीय शांता रंगा को सुषमा स्वराज पुरस्कार के तहत 5 लाख राशि का चेक व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।