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करनाल सहकारी चीनी मिल को तकनीकी दक्षता में द्वितीय पुरस्कार

लगातार तीसरी बार राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान 72वां सहकारिता दिवस 72वें सहकारिता दिवस के अवसर पर मुरथल में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में करनाल सहकारी चीनी मिल को तकनीकी दक्षता में द्वितीय पुरस्कार से नवाजा गया। मिल की प्रबंध निदेशक...
करनाल में मिल की प्रबंध निदेशक अदिति को पुरस्कार देकर सम्मानित करते मुख्यमंत्री नायब सैनी। -हप्र
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लगातार तीसरी बार राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान

72वां सहकारिता दिवस

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72वें सहकारिता दिवस के अवसर पर मुरथल में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में करनाल सहकारी चीनी मिल को तकनीकी दक्षता में द्वितीय पुरस्कार से नवाजा गया। मिल की प्रबंध निदेशक अदिति को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने सम्मानित किया। उल्लेखनीय है कि यह मिल लगातार तीन बार राष्ट्रीय स्तर पर तकनीकी दक्षता में प्रथम पुरस्कार प्राप्त कर चुकी है।

करनाल सहकारी चीनी मिल की स्थापना 1976 में 116 एकड़ भूमि पर हुई थी, जिसकी प्रारंभिक क्षमता 1250 टीसीडी थी। 1991-92 में गन्ने की अधिक बिजाई और किसानों की जरूरतों को देखते हुए इसका विस्तार 2200 टीसीडी किया गया। वर्ष 2021 में मुख्यमंत्री स्वर्ण जयंती परियोजना के तहत नई 3500 टीसीडी रिफाइंड शुगर प्लांट और 18 मेगावाट बिजली संयंत्र चालू हुआ।

मिल ने वर्ष 2024-25 में 48.10 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 4.55 लाख क्विंटल रिफाइंड चीनी का उत्पादन किया। अतिरिक्त बिजली निर्यात से 22.67 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व अर्जित हुआ। मिल की उत्पादन लागत अन्य सहकारी मिलों के मुकाबले दूसरे स्थान पर रही।

मिल का पिराई सत्र 25 से

प्रबंध निदेशक अदिति ने बताया कि इस वर्ष पिराई सत्र 25 नवंबर से शुरू होगा और किसानों से साफ-सुथरे गन्ने की आपूर्ति करने की अपील की। मिल प्रबंधन ने किसानों के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं और पिराई के दौरान किसी भी परेशानी से बचने का भरोसा दिलाया।

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