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काल बेलिया, भवाई और चरी नृत्य ने मोह लिया मन

अंतर्राष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने बांधा समां
पिहोवा में बृहस्पतिवार को अंतर्राष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करते लोग कलाकार। -निस
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सुभाष पौलस्त्य/निस

पिहोवा, 30 जनवरी

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अंतर्राष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव लोगों के दिलों पर उतर रहा है, स्कूलों के विद्यार्थी और कलाकार लगातार शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर सबका मन मोह रहे हैं। अंतर्राष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव के दूसरे दिन बृहस्पतिवार को नगरपालिका चेयरमैन आशीष चक्रपाणि ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों का शुभारंभ किया। बीएसएन स्कूल की छात्राओं ने सरस्वती वंदना से कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थियों ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए। राजस्थान से आए कलाकार ललित कुमार राणा एवं उनके साथियों ने राजस्थानी नृत्य प्रस्तुत किया। राजस्थान के परम्परागत संगीत एवं लोक नृत्य पर दर्शकों ने जमकर तालियां बजाईं तथा झूम-झूमकर नृत्य किया। राजस्थान से आए कलाकारों ने काल बेलिया नृत्य, ग्रामीण भवाई नृत्य, चरी नृत्य प्रस्तुतियां देकर समा बांधे रखा। इस मौके पर एसडीएम अमन कुमार, भाजपा नेता सतीश सैनी और गुरनाम सारसा मौजूद थे।

बीन की लहरा ने बदला फिजा का रंग

सिर पर पगड़ी, हाथ में बीन और जब बीन का लहरा बजता है तो अंतर्राष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव में आने वाला प्रत्येक पर्यटक अपने आप को थिरकने से रोक नहीं पाता। सरस्वती तीर्थ के पावन तट सरस्वती महोत्सव में लोक कलाकारों की लोककला देखकर पर्यटक मंत्रमुग्ध हो रहे हैं। लोक कलाकारों ने महोत्सव की फिजा को बदल दिया। महोत्सव में आने वाला प्रत्येक पर्यटक और नागरिक इन लोक कलाकारों की जमकर प्रशंसा कर रहा है। सरस्वती महोत्सव में एनजेडसीसी की तरफ से लोक कलाकारों को आमंत्रित किया गया है। इस महोत्सव में आने वाला प्रत्येक पर्यटक इस महोत्सव के यादगार पलों को अपने-अपने कैमरों में कैद करता नजर आ रहा है।

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