Tribune
PT
About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

मनाना में नीम व पीपल के पेड़ों की अवैध कटाई के मामले की जांच शुरू

विनोद लाहोट/निस समालखा, 15 मई राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) के आदेश पर समालखा एसडीएम की अगुवाई में गठित संयुक्त जांच टीम ने बृहस्पतिवार को मनाना ग्राम पंचायत द्वारा गांव के पशु अस्पताल परिसर में खड़े पेड़ों की अवैध कटाई के...
  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
Advertisement

विनोद लाहोट/निस

समालखा, 15 मई

Advertisement

राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) के आदेश पर समालखा एसडीएम की अगुवाई में गठित संयुक्त जांच टीम ने बृहस्पतिवार को मनाना ग्राम पंचायत द्वारा गांव के पशु अस्पताल परिसर में खड़े पेड़ों की अवैध कटाई के 4 माह पुराने मामले की जांच शुरू कर दी। एनजीटी टीम ने गांव में पहुंचकर पेड़ काटने और कटवाने के जिम्मेदार लोगो से पूछताछ की और उनके बयान दर्ज किए। टीम 8 सप्ताह में अपनी रिपोर्ट एनजीटी को सौंपेगी।

एनजीटी द्वारा समालखा एसडीएम की अगुवाई में गठित विभिन्न विभागों के अधिकारियों की सयुंक्त टीम सुबह करीब 11 बजे मनाना पहुंची। टीम में मुख्य रूप से केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के निदेशक नरेंद्र शर्मा, क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड पानीपत से डाॅ. शिवेंद्र, जिला वन विभाग पानीपत की डीएफओ विजयलक्ष्मी और समालखा पशु अस्पताल के पशु चिकित्सक शैलेश कुमार शामिल रहे। एनजीटी टीम भारी पुलिस के साथ पहुंची। टीम के पहुंचते ही पशु अस्पताल में ग्रामीण भी एकत्रित हो गए। ग्रामीणों की मौजूदगी में ही टीम ने शिकायतकर्ता तथा पेड़ काटने व कटवाने के जिम्मेदार लोगों से पूछताछ की। कई बार ग्रामीणों मे आपस में कहासुनी भी हुई। एनजीटी टीम करीब 4 घंटे गांव में रही।

उल्लेखनीय है कि मनाना के संदीप राठी ने एनजीटी को एक लिखित शिकायत भेजकर ग्राम सरपंच पर खसरा नंबर 221 से नीम व पीपल के 50-60 छायादार पेड़ों की अवैध रूप से कटाई करने के आरोप लगाए थे। शिकायतकर्ता के मुताबिक गांव की महिला सरपंच ने अपने पति के साथ सांठगांठ कर जमीन पर बैंक्वेट हाॅल के निर्माण के लिए काटे गये पेड़ों की लकड़ी भी लाखों रुपये में बेच दी।

सरपंच का पति बोला- आरोप बेबुनियाद

गांव की महिला सरपंच के पति प्रवीन गौतम नें आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए शिकायतकर्ता पर ही आरोप जड़े हैं। सरपंच पति के मुताबिक शिकायतकर्ता संदीप की पत्नी पंचायत में पंच है और कुछ माह पहले तक वही पंचायत का कामकाज देखता था। जब उन्हें पता चला तो उससे सरपंच का कामकाज वापस ले लिया था। इसलिए वह झूठी शिकायतें कर रहा है।

Advertisement
×