स्वदेशी सुरक्षा के विचार को जन-जन तक पहुंचाए संस्थाएं : सतीश
कुरुक्षेत्र, 28 जून (हप्र)
स्वदेशी जागरण मंच की ओर से “स्वदेशी सुरक्षा एवं स्वावलंबन अभियान“ विषय पर धार्मिक सामाजिक व व्यापारिक संगठनों की एक जिला स्तरीय बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में अखिल भारतीय सहसंगठक स्वदेशी जागरण मंच के मुख्यमार्गदर्शक सतीश व विशिष्ट अतिथि प्रो. सोमनाथ सचदेवा कुलपति कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र रहे। स्वदेशी जागरण मंच, के जिला संयोजक लेफ्टिनेंट डॉ. अजय जांगड़ा ने मंचासीन अतिथियों का परिचय कराया। प्रान्त संयोजक डॉ. अंकेश्वर प्रकाश ने बैठक में उपस्थित सभी राजनीतिक, धार्मिक, व्यापारिक व अन्य विविध संगठनों का परिचय और स्वागत किया। प्रो. सोमनाथ ने स्वदेशी जीवन के पांच परिवर्तन से अवगत कराया। उन्होंने उपस्थित सभी संगठनों से आग्रह किया कि हम दैनिक जीवन में पांच साधारण बातों का ध्यान रख कर भी स्वदेशी की भावना अपने परिवार, समाज व युवाओं जागृत कर सकते हैं। यह जरूरी नहीं कि अपनी देशभक्ति दिखाने के लिए हमें सीमा पर दुश्मन से दो-दो हाथ करें और दुश्मन को हराएं।
उन्होंने कहा कि हम देश के भीतर रहकर भी आर्थिक लड़ाई में अपने स्वदेशी भारत निर्मित सामान को खरीद कर भी देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत कर अपना देश प्रेम दर्शा सकते हैं। उन्होंने बताया कि दैनिक जीवन में सुबह उठकर सबसे पहले दांत साफ करने, मुंह धोने व स्नान करने में हमें भारत निर्मित वस्तुओं का उपयोग करना चाहिए। पहनने के कपड़े व खानपान में भी भारतीय कंपनियों को पहल देनी चाहिए। अपने देश अपनी भाषा पर गर्व के लिए हमें अपने हस्ताक्षर राष्ट्रीय भाषा हिन्दी में करने चाहिए। उन्होंने बताया कि अपने आचार व्यवहार व आचरण में स्वदेशी को प्राथमिकता देनी होगी तभी हमें अपने राष्ट्र अपने-अपनी भाषा व अपने जीवन मूल्य पर गर्व होगा।
उन्होंने कहा कि स्वदेशी सुरक्षा एवं स्वावलंबन अभियान को हमें अपने घर परिवार आसपास रिश्तेदार अपने मोहल्ले मित्र मंडली पूर्ण समाधि संस्थानों में जाकर चर्चा करनी है। सभी को जागृत करना है कि देश को आर्थिक समृद्ध बनकर ही हम आज के युग में चल रहे आर्थिक युद्ध में अपने देश को विजय बना सकते हैं। बैठक में मुख्य रूप से कुरुक्षेत्र व्यापार संगठन, कुरुक्षेत्र विकास प्राधिकरण, एक देश एक चुनाव समिति, वेटरन वायु सैनिक एसोसिएशन, भारतीय मजदूर संघ, भारतीय किसान संघ, इतिहास संकलन समिति, गौ सेवा, धर्म जागरण समिति, प्रयास रोटी बैंक, संस्कृत भारती, सेवा भारती, स्वयं सहायता समूह आदि संस्थाओं के प्रतिधियों ने भाग लिया।