'भारतीय रुपया एशिया की सबसे कमजोर करंसी'
कांग्रेस जिला ग्रामीण अध्यक्ष व हरियाणा लोक सेवा आयोग के पूर्व सदस्य डॉ. राजेश वैध वाल्मीकि ने कहा कि भारतीय रुपया डॉलर के मुकाबले गिरकर 90.43 के रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया है। जो कि भारतीय इतिहास में सबसे...
कांग्रेस जिला ग्रामीण अध्यक्ष व हरियाणा लोक सेवा आयोग के पूर्व सदस्य डॉ. राजेश वैध वाल्मीकि ने कहा कि भारतीय रुपया डॉलर के मुकाबले गिरकर 90.43 के रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया है। जो कि भारतीय इतिहास में सबसे कमजोर स्थिति है। पत्रकारों को संबोधित करते हुये डॉ. राजेश वैध वाल्मीकि ने कहा कि अब भारतीय रुपया एशिया की सबसे कमजोर करंसी बन गई है। यह गिरावट विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफपीआई) की निकासी और बढ़ते व्यापार घाटे के कारण हुई है। रुपये की गिरावट का असर आम लोगों पर भी पड़ रहा है, क्योंकि इससे आयातित वस्तुओं की कीमतें बढ़ रही हैं और महंगाई बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि देश के जाने माने विशेषज्ञों का कहना है कि रुपये की गिरावट को रोकने के लिए सरकार और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) को मिलकर काम करना होगा। वह आज पत्रकारों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आरबीआई ने रुपये की गिरावट को रोकने के लिए कुछ कदम उठाए हैं, लेकिन वे पर्याप्त नहीं है और अभी भी स्थिति चिंताजनक बनी हुई है।

