‘भारत विश्व का सबसे सफल लोकतंत्र’
आर्य बाल भारती विद्यालय में विश्व लोकतंत्र दिवस मनाया गया जिसके मुख्य अतिथि देवऋषि विद्यापीठ, नंदगढ़ (जींद) के संचालक वेद मित्र रहे। इस अवसर पर भारतीय लोकतंत्र विश्व का सबसे सफल लोकतंत्र विषय पर एक भाषण प्रतियोगिता भी करवाई गई जिसमें हिंदुस्तान एंड गाइड ने प्रथम, ऋषि दयानंद सदन ने दूसरा और स्वामी श्रद्धानंद सदन ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। कार्यक्रम में आचार्य वेद मित्र को विद्यालय की ओर से सम्मानित किया गया। आचार्य वेद मित्र ने कहा कि भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र ही नहीं विश्व का सबसे सफल लोकतंत्र भी है और भारत को विश्व का सबसे महान लोकतंत्र भी माना जाता है। उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब भारत के लगभग सभी निकटवर्ती देशों में उपद्रवियों ने तख्तापलट किया है जबकि भारत का लोकतंत्र अब अडिग होकर खड़ा है | उन्होंने कहा कि भारत में प्राचीन काल से ही सभी सामाजिक समस्याओं का समाधान पंचायतों के माध्यम से किया जाता रहा है और लोकतंत्र का आधार भी आपसी सहयोग और अन्त्योदय ही रहा है | उन्होंने कहा कि मनुष्य जीवन का मुख्य लक्ष्य मोक्ष प्राप्त करना होता है| इंसान को उसकी चेतना और उसकी खोज अन्य प्राणियों से अलग बनाती है और मनुष्य विभिन्न परिस्थितियों से गुजरते हुए जब इच्छाओं, सुख, दुःख, सफलता और असफलता जैसे बंधनों से बाहर निकलने की स्थिति में आ जाता है उसे ही मोक्ष कहते हैं | मोक्ष शांति, आनंद और स्वतंत्रता की चरम स्थिति भी होती है | उन्होंने कहा कि सभी आर्य शिक्षण संस्थाएं ऋषि दयानंद और स्वामी श्रद्धानंद के बताए मार्ग पर चलते हुए छात्रों को जहाँ उच्च कोटि की शिक्षा देती हैं वहीं उच्च कोटि के वैदिक संस्कार देने के सभी प्रयास कर रही हैं | इस समय विश्व में लगभग 10 हजार से अधिक आर्य संस्थाएं वैदिक प्रचार के साथ-साथ लोकतंत्र को मजबूत बनाने के प्रयास भी कर रही हैं।