हादसों को न्योता दे रहे जगह-जगह लगे अवैध होर्डिंग और बोर्ड
पंकज अरोड़ा/निस
पिपली (कुरुक्षेत्र), 14 अप्रैल
धर्मनगरी में घरों और कॉमर्शियल सार्वजनिक स्थानों पर विशाल एवं अवैध होर्डिंग्स और बोर्ड हादसों को अंजाम दे सकते हैं। अवैध होर्डिंग्स धर्मनगरी की सुन्दरता को भी ग्रहण लगा रहे हैं। बोर्डों पर बड़ी-बड़ी कम्पनियों, समाजसेवी या नेताओं के विज्ञापन होते हैं। प्रचार के लिए विज्ञापन दाता को हजारों रुपये प्रति माह किराया देना पड़ता है, जबकि अवैध विज्ञापन बोर्डों के कारण विभाग को कोई राजस्व नहीं मिल रहा। सनद रहे विभाग बोर्ड लगाने का टेंडर जारी करता है और इसके लिए विभाग फ़ीस भी निर्धारित करता है। यहीं नहीं यह होर्डिंग्स कहां लगेंगे इसके लिए साइट् भी विभाग द्वारा तय की जाती है। होर्डिंग का साइज़ भी विभाग द्वारा ही तय किया जाता है। इससे नगर परिषद को लाखों रुपये की सालाना आमदनी होती है। अब कुछ लोग अपनी प्राइवेट बिल्डिंग्स पर अवैध होर्डिंग्स लगा कर विभाग को आर्थिक नुकसान पहुंचा रहे हैं। नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी ने बताया पाॅलिसी के अनुसार निजी बिल्डिंग पर व्यापारी अपने व्यवसाय का विज्ञापन प्रदर्शित नहीं कर सकता है। मुख्य सड़कों, चौक पर बोर्ड लगे देखे जा सकते हैं, जबकि अधिकारी जानबूझकर इसका अनदेखा कर रहे हैं। एक आर्किटेक्ट ने बताया कि छत्तों पर लगे बोर्डों का साइज़ बहुत बड़ा है और इनका वजन भी बहुत है। यह बोर्ड कभी भी किसी बड़े हादसे को न्योता दे सकते हैं, क्योकि पुरानी बिल्डिंगों पर लगे बोर्ड सुरक्षित नहीं हैं।
नप के कार्यकारी अधिकारी राजेश धानदा ने बताया कि नगर परिषद थानेसर के अधिकारी लगातार होर्डिंग्स उतरवा रहे हैं। जहां भी अवैध बोर्ड और होर्डिंग्स अभी भी लगे हैं, उन्हें भी उतरवाया जाएगा।
वकील जतिन भारद्वाज ने बताया कि शहर में कई जगह लगे बड़े बोर्ड नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। सरकार द्वारा व्यवस्था तय की गई है कि बोर्ड सिर्फ सरकार द्वारा तय जगह पर ही लगने चाहिए। लोग अपनी प्राइवेट प्रॉपर्टी पर जो होर्डिंग्स लगा रहे हैं वो काफी ऊंचाई पर लगे हैं। जिनकी वजह से कोई भी हादसा हो सकता है| अवैध बोर्ड लगाकर टैक्स की भी चोरी कर रहे हैं।