बाढ़ प्रबंधन नहीं किये तो आगे होगी बड़ी परेशानी
पंजाब में पिछले दिनों हुई भारी बरसात और बाढ़ की वजह से व्यापक तबाही मची हुई है। लाखों लोग प्रभावित हैं, उनके घर, फसलें, सड़कें और अन्य बुनियादी संरचनाएं पानी में डूब चुकी हैं।
इस आपदा के बीच यमुनानगर के पूर्व कांग्रेस प्रत्याशी व चेयरमैन रमन त्यागी ने कहा कि पंजाब में हालत बहुत खराब हैं, लेकिन यमुनानगर जनपद की स्थिति भी इससे कम नहीं है। उन्होंने सरकार पर कड़ा हमला करते हुए कहा कि यहां के किसानों की फसलें पूरी तरह से जलमग्न हो चुकी हैं, लेकिन समस्या के समाधान के लिए अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। रमन त्यागी ने बताया कि यमुनानगर में भी कई क्षेत्र ऐसे हैं जहां खेतों में पानी भर चुका है। विशेष रूप से कमालपुर, भोगपुर, बीबीपुर और आसपास के गांव बाढ़ की चपेट में हैं। इन क्षेत्रों में किसानों ने अपनी मेहनत की कमाई पानी में बहते देखा है। उन्होंने कहा कि यह केवल किसानों की व्यक्तिगत समस्या नहीं है, बल्कि पूरे क्षेत्र की अर्थव्यवस्था पर असर डालने वाली बड़ी समस्या बन चुकी है। यदि तुरंत राहत कार्य और बाढ़ प्रबंधन के उपाय नहीं किए गए, तो आने वाले समय में बड़े पैमाने पर संकट खड़ा हो सकता है।
रमन त्यागी ने सरकार से मांग की कि प्रभावित इलाकों में फौरी राहत कार्य शुरू किए जाएं। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि यमुनानगर प्रशासन को चाहिए कि बाढ़ प्रभावित किसानों को त्वरित आर्थिक सहायता मुहैया करवाई जाए ताकि वे अपनी फसलें पुनः बुआई कर सकें। उन्होंने बताया कि स्थानीय लोगों की रिपोर्ट के अनुसार कई स्थानों पर नदियों और नालों का प्रवाह रुक गया है, जिससे खेतों में जलभराव और बढ़ गया है। लेकिन प्रशासन की ओर से अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई है।