कांग्रेस टिकट न काटती तो चित्रा घर बैठे जीत जातीं : अभय चौटाला
इनेलो के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभय सिंह चौटाला के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा व भाजपा के बीच मिलीभगत के आरोपों ने अम्बाला छावनी में चित्रा सरवारा और मंत्री अनिल विज के बीच चल रहे सियासी घमासान को तेज कर दिया। अभय चौटाला ने अपने अम्बाला छावनी में कहा कि अगर हुड्डा की साजिश के चलते चित्रा सरवारा का टिकट न काटती तो चित्रा अम्बाला छावनी विधानसभा क्षेत्र से घर बैठे विधायक बन जाती। चौटाला का यह बयान छावनी के भाजपा कार्यकर्ताओं को खूब अखरा। बता दें कि चित्रा सरवारा हरियाणा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व अम्बाला शहर से विधायक निर्मल सिंह की बेटी हैं। पिछले कुछ सालों से चित्रा अम्बाला छावनी में सक्रिय हैं, लेकिन 2 विधानसभा चुनाव में भाजपा के मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस का वे टिकट नहीं ले सकीं। हालांकि उनकी अम्बाला छावनी में अपनी एक पकड़ है, लेकिन कांग्रेस से टिकट न मिलने के कारण वे लगातार 2 बार हार चुकी हैं। हर बार उनका चुनाव काफी टकरापूर्ण रहा। अभय चौटाला ने अम्बाला छावनी आगमन के दौरान चित्रा की हार के पीछे भूपेंद्र सिंह हुड्डा की राजनीति बताया। उन्होनें कहा कि भूपेंद्र हुड्डा भाजपा के दबाव में राजनीति कर रहे हैं। उनका अपरोक्ष रूप से कहना है कि विज को जिताने के लिये ही उन्होंने अम्बाला छावनी हलके से कांग्रेस का कमजोर प्रत्याशी इस विस चुनाव में दिया था।
विज समर्थक बोले- अभय को छावनी का क्या पता
इसी बीच विज समर्थक विजेंद्र सिंह चौहान, किरणपाल राणा का कहना है कि इनेलो के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभय चौटाला को अम्बाला छावनी की राजनीति का शायद ज्ञान नहीं है। उन्हें नहीं पता कि यहां केवल काम करने वाले नेता को लोग चाहते हैं। हवाबाजी वालों को यहां कोई स्थान नहीं मिलता। उनकी इनेलो तो यहां कभी जमानत तक नहीं बचा सकी तो वे कांग्रेस के दम पर कौन सी राजनीति करना चाहते हैं, ये समझ से परे की बात है। इसके अलावा भाजपाइयों ने अभय चाैटाला के उस ब्यान पर कटाक्ष किया जिसमें उन्होंने टांगरी पर बांध बनाने की बात कही। उन्होंने कहा कि उनका पहले भी हरियाणा में राज रहा है, टांगरी तो तब भी यहीं थी और बाढ़ तब भी आती थी।