सिहाली, रत्ताखेड़ा, मैंगड़ा, मंझेडी में सैकड़ों एकड़ में खड़ी फसलें डूबी
पिछले 3 दिनों से खतरे के निशान के आसपास बह रहे घग्गर नदी के जलस्तर से गुहला क्षेत्र के लोग आज भी सहमे रहे। हालांकि घग्गर नदी में पानी अभी भी खतरे के निशान से लगभग सवा फीट नीचे बह रहा है, लेकिन लोगों को डर है कि जिस प्रकार से ऊपरी क्षत्रों में बरसात हो रही है, उसे देखते हुए पानी का स्तर कभी भी खतरे के निशान को छू सकता है। मंगलवार शाम 6 बजे तक घग्गर में 44484 क्यूसेक पानी बह रहा था जिसका लेवल 21.7 फीट दर्ज किया गया। घग्गर नदी में खतरे का निशान 23 फीट पर है। यदि पानी 23 फीट से अधिक आता है तो वह किसी भी समय रिंग बांधों को तोड़ते हुए आसपास के गांवों में तबाही मचा सकता है। नदी के जलस्तर को देखते हुए आज एक बार फिर से डीसी प्रीति ने घग्गर का दौरा कर बाढ़ बचाव प्रबंधों का जायजा लिया। साल 2023 में जहां जहां से भी रिंग बांध टूटा था डीसी उन स्थानों पर गई और 5 किलोमीटर तक पैदल चलकर रिंग बांध का जायजा लिया। हरियाणा-पंजाब सीमा पर स्थित पंजाब के गांव जुलाहा खेड़ी के पास टूटे रिंग बांध को आज ग्रामीण अपने स्तर पर पाटने का प्रयास किया तो एसडीएम पटियाला ने मौके पर पहुंचकर उन्हें ऐसा करने से रोक दिया।
आज स्कूलों की छुट्टी
डीसी प्रीति ने घग्गर नदी के बढ़ते जलस्तर व बारिश को देखते हुए तीन सितंबर को गुहला ब्लॉक के सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों की छुट्टी के आदेश जारी किए हैं।