एचएसजीएमसी नहीं करेगी किसी भी तरह का नाजायज खर्च : झींडा
कुरुक्षेत्र, 14 जून (हप्र)
हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी में किसी भी तरह का नाजायज खर्च नहीं होने दिया जाएगा। संस्था द्वारा किए जाने वाले हर खर्च पर पहले गंभीरता से मंथन होगा, फिर उसे मंजूरी दी जाएगी। ये दावा हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी के प्रधान जत्थेदार जगदीश सिंह झींडा ने हेड ऑफिस में पत्रकारों से बातचीत में किया। चुनाव के बाद सेवा संभालने वाली हरियाणा कमेटी के पहले आम बजट पर हर बिंदू पर विचार-विमर्श होगा। अगर किसी भी प्रकार का कोई नाजायज खर्च कहीं नजर आया, तो उसे बजट से बाहर कर दिया जाएगा। इस मौके पर उनके साथ हरियाणा कमेटी के संयुकत सचिव बलविंदर सिंह भिंडर, कार्यकारिणी समिति सदस्य कुलदीप सिंह मुल्तानी, इंदरजीत सिंह, करनैल सिंह निमनाबाद, मैंबर गुरनाम सिंह लाडी, बलदेव सिंह हाबड़ी, मेजर सिंह, भूपिंदर सिंह लाडी, जोगा सिंह व एडिशनल सेक्रेटरी एवं कार्यालय सचिव सतपाल सिंह डाचर भी मौजूद रहे।
झींडा ने बताया कि 25 जून को ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब में आम बजट की बैठक होगी, जिसमें संस्था के सभी 49 सदस्य शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि आम बजट बोले सो निहाल सतश्री अकाल के साथ पास नहीं होगा, बल्कि पूरी बहस होगी।
उन्होंने कहा कि हरियाणा कमेटी के अधीन खाली भूमि पर बाग लगाए जाएंगे। चुनाव के बाद पिछले तीन महीनों में संस्था द्वारा करवाई गई 25 करोड़ की एफडी का जिक्र भी हरियाणा कमेटी के प्रधान ने किया। उन्होंने कहा कि वीआईपी कल्चर एवं बेवजह होने वाले खर्च पर अंकुश लगाकर ऐसा संभव हो गया, जिसमें संगत ने भी हरियाणा कमेटी का पूरा सहयोग किया है। इसके साथ ही उन्होंने धन-धन साहिब जी गुरु हरगोबिंद साहिब जी महाराज के इस साल मनाए गए प्रकाश पर्व समागम में तीन लाख 29 हजार 668 रुपये की बढ़ोत्तरी होने पर भी संगत का शुभकामनाएं देते हुए आभार जताया। उन्होंने स्पष्ट किया कि गुरु घर की गौलक का प्रयोग धर्म प्रचार, शिक्षा क्षेत्र, स्वास्थ्य क्षेत्र, सामाज सेवा में होगा।
पंथक विचारों एवं तालमेल बनाने का एसजीपीसी को दिया न्यौता
जत्थेदार जगदीश सिंह झींडा ने कहा कि हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमैंट कमेटी ने पंथक विचारों एवं तालमेल बनाने का एसजीपीसी को न्यौता दिया है। इसके लिए बाकायदा हरियाणा कमेटी की ओर से शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी श्री अमृतसर के प्रधान हरजिंदर सिंह धामी एडवोकेट को पत्र लिखा गया है।