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होली का त्योहार सामाजिक समरसता, भाईचारे का प्रतीक : रामचंद्र जडौल

कैथल, 11 मार्च (हप्र) हैफेड के पूर्व डायरेक्टर एवं समाजसेवी रामचंद्र जडौला ने कहा कि रंगों का त्यौहार होली आनंद, उमंग और उल्लास का पर्व है। होली सामाजिक समरसता एवं भाईचारे का प्रतीक है। जिसमें लोग ईष्या द्वेष, कटुता को तिलांजलि देकर...
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कैथल, 11 मार्च (हप्र)

हैफेड के पूर्व डायरेक्टर एवं समाजसेवी रामचंद्र जडौला ने कहा कि रंगों का त्यौहार होली आनंद, उमंग और उल्लास का पर्व है। होली सामाजिक समरसता एवं भाईचारे का प्रतीक है। जिसमें लोग ईष्या द्वेष, कटुता को तिलांजलि देकर एक-दूसरे को गले मिलकर रंग लगाते हैं, मिठाई खिलाते हैं तथा सामाजिक सौहार्द की अपने क्षेत्र ही नहीं अपितु विश्व भर को मिशाल पेश करते हैं। होली पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत व विश्वास का प्रतिक है। समाजसेवी रामचंद्र जडौला ने कहा कि होलिका दहन में ही इंसान को समस्त बुराइयों का दहन कर आपसी प्रेम, प्यार व भाईचारे का पालन करना चाहिये। इस पर्व का संदेश ही यही है कि मन में किसी प्रकार का कोई द्वेष ना हो और आपसी भाईचारा जीवन भर कायम रहे। होली मनाने का यही सच्चा तरीका है, क्योंकि होली का त्यौहार सामाजिक समरसता का परिचायक है। रामचंद्र जडौला ने कहा कि होली मानवता के जीवन में अपार खुशियां लेकर आए। युगों युगांतर से होली पर्व समता व भाईचारे का त्यौहार है। इस दिन निश्चय ही आपसी मतभेद भूलाकर एक दूसरे को गले लगाकार गिले शिकवे दूर कर खुशी से यह पर्व मनाना चाहिए।

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