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हेरिटेज वाक : इतिहास के नजरिये से पुरातत्वविदों ने देखा अम्बाला शहर

अम्बाला शहर, 9 मार्च (हप्र) अम्बाला में रविवार को हैरिटेज वॉक का आयोजन किया गया। इसमें अम्बाला के पुराने ऐतिहासिक भवनों एवं यूरोपियन कब्रगाह के भ्रमण के इस कार्यक्रम में विशिषज्ञों ने आगंतुकों एवं छात्रों को हरियाणा-पंजाब के इतिहास, ब्रिटिश...
अम्बाला में रविवार को आयोजित हैरिटेज यात्रा में एक ऐतिहासिक भवन के आगे पुरातत्वविद। -हप्र
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अम्बाला शहर, 9 मार्च (हप्र)

अम्बाला में रविवार को हैरिटेज वॉक का आयोजन किया गया। इसमें अम्बाला के पुराने ऐतिहासिक भवनों एवं यूरोपियन कब्रगाह के भ्रमण के इस कार्यक्रम में विशिषज्ञों ने आगंतुकों एवं छात्रों को हरियाणा-पंजाब के इतिहास, ब्रिटिश शासन के दौरान अंग्रेजों की शासन व्यवस्था, उनके द्वारा किये गए निर्माणों के पीछे की नीति के विषय में बताया। पुरातन इमारतों के रखरखाव एवं संरक्षण के महत्व को इस वाक के माध्यम से प्रतिभागियों को समझाया गया। डॉ. आराधना जिन्दल ने अम्बाला छावनी के बसाने के विषय में जानकारी दी। ब्रिटिश आर्किटेक्ट की विशेषताओं और इमारतों में प्रयुक्त विभिन्न गुणों की चर्चा की। उन्होंने बताया कि किस प्रकार छावनी के निर्माण के समय अलग-अलग बाजारों को विकसित किया गया जहां सामाजिक जीवन में प्रयोग होने वाली प्रत्येक वस्तु उपलब्ध थी।

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पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग हरियाणा द्वारा आयोजित इस वाक में छावनी के बसने और यहां आरंभिक रूप से आबाद किए गए शहर के विषय में लोगों को अवगत करवाया गया। होली रि डीमर चर्च व बीडी वीमेन अस्पताल के विशाल सुंदर द्वार एवं भवन को देख लोगों ने आश्चर्य व्यक्त किया। वहीं, अम्बाला छावनी की सबसे पहली हवेली राजो विला को भी उनको को देखने का अवसर प्राप्त हुआ। कार्यक्रम की समाप्ति गवर्नमेंट कॉलेज में सूर्य घड़ी को देखने से हुई। डॉ. प्रदीप शर्मा स्नेही एवं विनीत भनवाला द्वारा सभी लोगों का आभार व्यक्त किया गया। हेरिटेज वाक में चंडीगढ़ से टाइम्स ऑफ योर एवं अम्बाला बाइट ने भी सहयोग किया। दिल्ली, चंडीगढ़ सहित विभिन्न शहरों से लोग इस वाक का हिस्सा बनने के लिए आए। इस अवसर पर प्रेम अग्रवाल, डॉ प्रदीप शर्मा स्नेही, डॉ कौशिक, रोहित मिश्र, सोनिका सेठी, निशा, निकिता, अनीशा, अनुराधा, वंशिका, तुषार नरूला, हरनूर इत्यादि मौजूद रहे।

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