अपना घर डूबता रहा, पड़ोसी का घर बचाने में व्यस्त रही अम्बाला की ‘सुपर सकर’ : निर्मल सिंह
पूर्व कैबिनेट मंत्री और स्थानीय कांग्रेस विधायक निर्मल सिंह ने कहा है कि बरसात आई और अंबाला शहर के ‘सुपर सफाई अभियान’ की हकीकत नालों में बह गई। जिन नालों पर भाजपा नेता व उनके प्रतिनिधि आज तक कैमरों के सामने उतरकर ‘सफाई’ के नाम पर फोटो खिंचवाते नजर आते थे, वहां कीचड़ और गंदा पानी अब लोगों के घरों तक घुस चुका है। उन्होंने कहा कि भाजपा की ट्रिपल इंजन की सरकार लाखों करोड़ों रुपए सिर्फ दिखावे के लिए खर्च करके बड़े-बड़े होर्डिंग्स लगवाकर शहर को साफ शहर बनाने की सुर्खियां बटोर रही है। उन्होंने कहा कि अंबाला नगर निगम की करोड़ों की लागत से खरीदी गई ‘सुपर सकर मशीन’, जो शहर के जल निकासी संकट में सबसे बड़ा हथियार हो सकती थी, पिछले एक सप्ताह से यमुनानगर में काम कर रही है। वह भी सार्वजनिक रूप से, यमुनानगर की मेयर खुद अपने बयानों में बता चुकी हैं कि अंबाला से सुपर सकर मशीन मंगवाकर शहर की सफाई करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि सवाल यह उठता है कि अम्बाला डूबता रहा पर मशीन यमुनानगर में किसके आदेश पर, किसके इशारे पर, किस स्वीकृति से गई। कांग्रेस नेता ने कहा कि अंबाला के कई मोहल्लों में घुटनों तक पानी भर गया, लेकिन भाजपा के नेता बयानवीर बनकर तिरंगा यात्राओं और फोटो सेशनों में व्यस्त रहे।
निर्मल सिंह ने उठाए सवाल
उन्होंने तीखे शब्दों में कहा कि सवाल यह नहीं कि यमुनानगर में सफाई क्यों हुई, सवाल यह है कि अंबाला की सुपर सकर मशीन वहां कैसे पहुंची। किस अधिकारी ने लिखित अनुमति दी। नगर निगम के अधिकारी और भाजपा नेता जनता को यह स्पष्ट क्यों नहीं करते कि अपने ही डूबते शहर को राम भरोसे छोड़कर दूसरों को राहत देने की मजबूरी क्या थी। निर्मल सिंह ने साफ कहा, यह सिर्फ लापरवाही नहीं, यह एक संगठित प्रशासनिक अपराध है। विधायक निर्मल सिंह ने इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है और स्पष्ट किया कि नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारी, भाजपा नेता सभी को इसका सार्वजनिक जवाब देना चाहिए।