जिले में सड़क हादसों पर रोक लगाने के लिए प्रशासन ने बड़ा कदम उठाया है। उपायुक्त प्रीति ने शुक्रवार को स्पष्ट किया कि बिना हेलमेट दोपहिया चलाने वालों को अब कड़ी सजा भुगतनी होगी। यदि किसी चालक का तीन बार बिना हेलमेट चालान होता है, तो उसका ड्राइविंग लाइसेंस तत्काल रद्द कर दिया जाएगा।लघु सचिवालय सभागार में सड़क सुरक्षा समिति और स्कूल वाहन पॉलिसी की बैठक में डीसी ने कहा कि अक्सर दुपहिया दुर्घटनाओं में सिर पर चोट ही मौत का कारण बनती है। इसलिए हेलमेट पहनना अनिवार्य नियम है और इसका पालन हर हाल में होना चाहिए। उन्होंने पुलिस विभाग को चालानिंग और सख्त करने के निर्देश दिए।नाबालिगों के वाहन चलाने पर भी प्रशासन सख्त नजर आएगा। डीसी प्रीति ने कहा कि ऐसे मामलों में अभिभावकों को मौके पर बुलाकर वाहन जब्त किया जाए। नगर परिषद को आदेश दिया गया कि शहर की सड़कों से अतिक्रमण हटाने का सिलसिला जारी रखें और बेसहारा पशुओं को तुरंत गौशालाओं में भेजा जाए।लोक निर्माण विभाग को सड़क किनारे बर्म की सफाई व मजबूती सुनिश्चित करने और सफेद पट्टी व जेब्रा क्रॉसिंग तय मानकों के अनुसार बनाने के निर्देश दिए गए। डीसी ने कहा कि पैच वर्क में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने विश्राम गृह परिसर और उसके आसपास अवैध पार्किंग पर चालान काटने को भी कहा। डीसी प्रीति ने सभी विभागों को चेताया कि एजेंडे में दर्ज निर्देशों का पालन मजबूती से किया जाए। बैठक में आरटीए गिरीश कुमार, जिला परिषद सीईओ सुरेश राविश, एसडीएम अजय सिंह, सीटीएम गुरविंद्र सिंह, डीएसपी सुशील प्रकाश, डीआरओ चंद्रमोहन, डीडीपीओ रितु लाठर, रेडक्रॉस सचिव रामजी लाल, डीआईओ दीपक खुराना और एलडीएम एसके नंदा सहित अधिकारी मौजूद रहे।टोल पर सीसीटीवी से होगी निगरानीबैठक में सड़क सुरक्षा से जुड़े स्थानीय मुद्दों पर भी चर्चा हुई। डीसी प्रीति ने कैथल-करनाल रोड पर रसीना गांव के पास बने गड्ढों को जल्द भरवाने के निर्देश दिए। पिहोवा चौक और सर छोटू राम चौक पर पुलिस और आरटीए विभाग मिलकर यातायात व्यवस्था को सुरक्षित बनाने के लिए काम करेंगे। राजौंद क्षेत्र में सीवरेज व सड़क निर्माण कार्य शीघ्र पूरे करने के आदेश दिए गए। वहीं, टोल पर रात के समय लाइटें बंद मिलने की शिकायत पर डीसी ने कहा कि आरटीए विभाग सीसीटीवी कैमरों से निरीक्षण करे और यदि लाइट बंद पाई जाती है तो संबंधित टोल अधिकारियों को नोटिस थमाया जाए। उन्होंने पुलिस को विशेष रूप से निर्देश दिए कि लघु सचिवालय परिसर में बिना हेलमेट दुपहिया चालकों के सौ प्रतिशत चालान किए जाएं।