प्राइवेट अस्पताल के डॉक्टरों को परेशान कर रहीं स्वास्थ्य विभाग की टीमें : डॉ. राजन
आईएमए ने स्वास्थ्य विभाग की टीमों पर प्राइवेट अस्पतालाें के संचालकों को परेशान करने का आरोप लगाया है। आईएमए ने कहा कि पंचकूला मुख्यालय के आदेश पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने यमुनानगर के एक निजी अस्पताल में पहुंच कर अस्पताल की महिला संचालक डॉक्टर से दुर्व्यवहार किया। आईएमए ने जिला प्रशासन से मिल कर उन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। यमुनानगर में स्वास्थ्य विभाग द्वारा निजी अस्पतालों में आयुष्मान कार्ड धारकों की चेकिंग के नाम पर दुर्व्यवहार के खिलाफ अब यमुनानगर के सभी निजी अस्पतालों के डॉक्टर हड़ताल पर चले गए हैं। दो डॉक्टरों के खिलाफ आईएमए ने जिला सचिवालय में प्रदर्शन भी किया और उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग लेकर सीएमओ को ज्ञापन भी सौंपा।
मीडिया से बातचीत करते हुए अस्पताल की मालिक डॉ. प्रियंका गर्ग ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम के 2 डॉक्टरों ने उनके मरीजों के सामने उन्हें वहां से बाहर जाने के लिए कह दिया। आरोप है कि 2 डाॅक्टरों ने अस्पताल संचालिका के साथ में दुर्व्यवहार किया। यमुनानगर आईएमए को जब यह जानकारी मिली तो आईएमए ने इस पूरे मामले को संज्ञान में लेते हुए आज यमुनानगर के सभी स्थानों की ओपीडी बंद कर डॉक्टर को हड़ताल पर जाने के आदेश दे दिए। जिसके चलते आज यमुनानगर के सभी निजी अस्पताल ओपीडी को बंद कर दी गई। आईएमए के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राजन व जिला अध्यक्ष रेजिनाल्ड मसीह का कहना है कि एक महिला संचालिका से दुर्व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आईएमए ने आयुष्मान कार्ड धारकों का इलाज नहीं करने का ऐलान किया हुआ है। पूरे प्रदेश में निजी संचालक इलाज नहीं कर रहे। दूसरी तरफ सरकार निजी संचालक अस्पतालों के संचालकों को परेशान कर रही है। उनका पैसा देने की बजाय गलत हथकंडे अपनाए जा रहे हैं। डॉ. राजन ने बताया कि आज हरियाणा में अम्बाला, पानीपत कैथल में भी स्वास्थ्य विभाग की टीमें इसी तरह निजी अस्पतालों में जांच के नाम पर डॉक्टर को परेशान कर रही हैं। आईएमए के नेतृत्व में आज सभी डॉक्टर लघु सचिवालय में पहुंचे थे। उन्होंने दुर्व्यवहार करने वाले दोनों डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। प्रशासन से मीटिंग के बाद डॉक्टर ने सीएमओ को अपना मांग पत्र भी दिया। इसके बाद सीएमओ ने आश्वासन दिया कि वह इस मामले में जांच करेंगे।