लंदन में प्रोफेसर की नौकरी छोड़कर आईआईटी दिल्ली में बने सहायक प्रोफेसर
एक ओर जहां आज के युवा विदेशों में जाकर नौकरी करने के लिए हर प्रकार का जोखिम उठाने को तैयार हैं, वहीं दूसरी तरफ गांव बापौली के युवा डाॅ. रोहित मलिक ने लंदन स्थित इम्पेरियल विश्वविद्यालय में प्रोफेसर की नौकरी छोड़कर स्वदेश में नौकरी कर देश सेवा करने का मन बनाया।
इसी सपने को साकार करने के लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की और अब डाॅ. रोहित मलिक का चयन आईआईटी दिल्ली में अस्सिटेंट प्रोफेसर के पद पर हुआ है।
जानकारी के अनुसार बापौली गांव निवासी थर्मल से रिटायर्ड एसडीओ व पशु अस्पताल के पास फर्नीचर हाउस के मालिक राजेन्द्र मलिक के बेटे डाॅ. रोहित मलिक का चयन आईआईटी दिल्ली में सहायक प्रोफैसर के पद पर हुआ है।
बता दें कि रोहित ने बीटैक मुरथल से और एमटैक आईआईटी रूड़की से की है। जबकि पीएचडी की पढ़ाई साऊथ कोरिया से की है।
इसके बाद वह लंदन स्थित इम्पेरियल विश्वविद्यालय में प्रोफेसर के पद पर चयनित हो गए, लेकिन देश सेवा के चलते उसने लंदन में प्रोफेसर
की नौकरी छोड़ दी और भारत वापस आ गया।