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पर्यावरण शुद्धि और वेदों के महत्व पर हवन-यज्ञ

आर्य समाज नरवाना द्वारा आयोजित यज्ञ हवन में पर्यावरण शुद्धि और समृद्धि के लिए विशेष आहुतियां दी गईं। इस आयोजन में आर्य प्रतिनिधि सभा हरियाणा और दयानंद मठ रोहतक के प्रधान चंद्रकांत आर्य के मार्गदर्शन में धर्मपाल आर्य ने भजन...

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नरवाना में पर्यावरण शुद्वि के लिए हवन यज्ञ में आहुति डालते यजमान। -निस
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आर्य समाज नरवाना द्वारा आयोजित यज्ञ हवन में पर्यावरण शुद्धि और समृद्धि के लिए विशेष आहुतियां दी गईं। इस आयोजन में आर्य प्रतिनिधि सभा हरियाणा और दयानंद मठ रोहतक के प्रधान चंद्रकांत आर्य के मार्गदर्शन में धर्मपाल आर्य ने भजन और गीतों के माध्यम से महर्षि दयानंद सरस्वती के समाज सुधारक दृष्टिकोण और वेदों के महत्व को उजागर किया।

चंद्रकांत आर्य ने वेदों को सभी सत्य विधाओं की पुस्तक बताते हुए कहा कि वेदों में संपूर्ण ब्रह्मांड का ज्ञान निहित है। वेदों का अध्ययन और प्रचार-प्रसार आर्यों का परम धर्म है। उन्होंने बताया कि धर्म कार्य करने की विधि है, जबकि विज्ञान ईश्वरीय सिद्धांतों को प्रमाणित करता है।

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इस अवसर पर दहेज प्रथा के खिलाफ भी आवाज उठाई गई और युवाओं से अपील की गई कि वे दहेज न लें और न ही दें। जयपाल सिंह आर्य ने जीवन में सदाचार, सत्य, अहिंसा और ब्रह्मचर्य के महत्व को बताया। इस कार्यक्रम में संजीव आर्य, परमजीत, स्नेह लता, और न्यादारी आदि उपस्थित रहे।

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