Haryana News : किसानों का नहीं भायी डीएसआर योजना
सरकार धान की सीधी बिजाई (डीएसआर) को किसान ज्यादा पसंद नहीं कर रहे हैं। यहीं वजह है कि इस बार जिले में कृषि विभाग योजना को लेकर मिले टारगेट का करीब 10 प्रतिशत ही पूरा कर पाया है। जानकारी के अनुसार योजना के तहत पंजीकरण कराने वाले किसी फिजिकल वैरीफिकेशन में बहुत ही कम प्रोत्साहन राशि के लिए पात्र पाये गए हैं।
डीएसआर योजना के तहत धान की सीधी व हाथ से बीज छिड़काव करने वाले किसानों को प्रति एकड़ चार हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि सरकार द्वारा दी जाती है। इसके लिए किसानों को आॅनलाइन कृषि विभाग के पोर्टल पर पंजीकरण कराना होता है। इस बार जिला यमुनानगर में कृषि विभाग को 15 हजार एकड़ में सीधी बिजाई कराने का लक्ष्य मिला था, लेकिन यह पूरा नहीं हुआ है। जानकारी के अनुसार इसके लिए 4069 किसानों ने कुल 16007 एकड़ के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था। जिनमें से फिजिकल वैरीफिकेशन में 1321 एकड़ रकबा ही डीएसआर बिजाई वाला मिला। यह 439 किसानों द्वारा कराया गया था। प्रोत्साहन राशि 1321 एकड़ पर 439 किसानों ही को दी जाएगी।
जिले में 15 हजार एकड़ में डीएसआर विधि से धान की बिजाई करने का लक्ष्य मिला था। इसे लेकर 16007 एकड़ का पंजीकरण हुआ था। वैरीफिकेशन में मात्र 1321 एकड़ का पंजीकरण सही मिला है। जांच में बाकी के रकबे में धान की रोपाई की हुई फसल मिली है। डीएसआर विधि के प्रति किसानों का रुझान धीरे-धीरे बढ़ रहा है।
-डाॅ. सतीश कुमार, सहायक पौध संरक्षण अधिकारी