Haryana News : 175 एकड़ भूमि पर फसल के लिए रैली से पहले मिले मुआवजा : रतन मान
यमुनानगर, 10 अप्रैल (हप्र)
प्रधानमंत्री की 14 अप्रैल की प्रस्तावित रैली को गांव कैल में रैली की तैयारियां जोरों पर है। वहीं, दूसरी ओर गांव कैल के किसानों ने रैली से पहले अपने खेतों में खड़ी गेहूं और गन्ने की फसल के मुआवजे की मांग करते हुए भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के प्रदेशाध्यक्ष रतनमान की अध्यक्षता में जिला मुख्यालय पर धरना, प्रदर्शन किया और प्रधानमंत्री के दौरे से पहले मुआवजे की मांग की।
बृहस्पतिवार को भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के प्रदेश अध्यक्ष रतनमान ने कहा कि यह ठीक है कि नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री हैं। वह देश में कहीं भी कभी भी दौरा कर सकते हैं, लेकिन अगर वह दस या 15 दिन बाद यहां दौरा करते तो शायद यह किसानों के हित में होता। उनके खेतों में खड़ी फसल कट चुकी होती और रैली के लिए स्थान भी खाली मिलता, लेकिन अब गांव के किसानों के खेतों में खड़ी गेहूं और गन्ने की फसल को रैली स्थल बनाने के लिए पूरी तरह से तहस-नहस कर दिया। वहां खेतों में लगे बिजली के खंभे, पानी की पाइपलाइन और ट्यूबवैल सहित कमरे आदि सब कुछ समतल कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि इसको लेकर जिला कार्यकारिणी की टीम ने रैली स्थल का भी दौरा किया और जिला प्रशासन से भी मुलाकात की। जिला प्रशासन की ओर से हर अधिकारी द्वारा एक ही बात कही जा रही है कि किसानों को मुआवजा दिया जाएगा। इस मौके पर जिला अध्यक्ष सुभाष गुर्जर सहित बड़ी संख्या में किसान शामिल रहे किसानों द्वारा प्रदर्शन की सूचना मिलने पर यमुनानगर के उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने एसडीएम सोनू राम को किसानों के बीच भेजा। किसानों के बीच में बैठकर एसडीएम सोनू राम ने बताया कि 175 एकड़ भूमि के लिए एक करोड़ 8 लाख के मुआवजे की राशि का केस तैयार करके सरकार को भेज दिया गया है। जल्दी ही किसानों को मुआवजे का भुगतान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके अलावा भी अगर और जमीन की जरूरत पड़ती है या कोई और खर्चा किसानों का सामने आता है तो उसका भी भुगतान सरकार द्वारा किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि किस खेत में कौन-सी फसल थी। उसका कितना मुआवजा होना चाहिए, इसको लेकर सरकार द्वारा एक कमेटी गठित की गई, जिसके आकलन के बाद यह केस तैयार किया गया। वहीं, किसानों का कहना है कि इस कमेटी में किसान यूनियन के प्रतिनिधियों को भी शामिल किया जाए ताकि उनका पक्ष भी सामने आए। इसके बाद किसान नेता संतुष्ट हुए और सरकार से रैली से पहले किसानों के खाते में मुआवजा दिए जाने की मांग रखी।
रैली की तैयारी पूरी,10 पुलिस अधीक्षक, 29 डीएसपी होंगे तैनात
यमुनानगर में 14 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रस्तावित रैली और थर्मल यूनिट के शिलान्यास कार्यक्रम के लिए जिला प्रशासन ने रूपरेखा तैयार कर ली है। कैल में रैली स्थल और पार्किंग के लिए 170 एकड़ भूमि का इस्तेमाल किया गया है, जिसमें से 40 एकड़ में पंडाल और लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है। वहीं, 96 एकड़ भूमि पार्किंग के लिए तैयार की गई है। यमुनानगर के उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि 10 पुलिस अधीक्षक एवं 29 डीएसपी सहित 3000 पुलिस कर्मचारी तैनात रहेंगे। इस दौरान 22 नाके लगाए जाएंगे वहीं 25 एम्बुलेंस तैनात की गई है। जबकि फायर विभाग की 21 गाड़ियां अलग-अलग इलाकों में तैनात रहेंगी। इसके साथ-साथ लोगों के स्वास्थ्य को देखते हुए 15 काउंटर लगाए जाएंगे। उपायुक्त ने बताया कि इस सारे मामले की रिहर्सल 12 और 13 अप्रैल को की जाएगी।