भाजपा शासन में अपराध की गर्त में डूबा हरियाणा: रणदीप सुरजेवाला
राज्यसभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला व विधायक आदित्य सुरजेवाला ने सुनी जन समस्याएं
कैथल, 13 जुलाई (हप्र)
ढांड रोड स्थित किसान भवन में रविवार को राज्यसभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला व विधायक आदित्य सुरजेवाला ने जन समस्याएं सुनी और अधिकारियों को उनके जल्द निपटारे के निर्देश दिए। इस मौके पर सुरजेवाला ने भाजपा पर जमकर कटाक्ष किया। राज्यसभा सांसद ने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के राज में अपराध का अमृत काल चल रहा है। मुख्यमंत्री नायब सैनी पर प्रहार करते हुए रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि मुख्यमंत्री के पास खुद गृह विभाग है और जिस तरह से अपराध का बेतहाशा विकास हो रहा है, इससे नायब सैनी नाकाम साबित हो चुके है। उन्होंने कहा कि पूर्व की भाजपा की सरकारों में गुंडाराज और माफिया राज हमेशा से उनका चेहरा रहा है।
रणदीप ने कहा कि मुख्यमंत्री के जिले में व्यापारियों को सरेआम धमकियां दी जा रही हैं, कारोबारी दहशत में हैं। हरियाणा में आए दिन जघन्य अपराध की वारदातें हो रही हैं जिससे आम नागरिकों में भय का माहौल है। सुरजेवाला ने कहा कि हरियाणा में गैंगस्टर्स का आतंक बहुत ज्यादा बढ़ गया है, संगठित अपराध की खुलेआम सक्रियता ने राज्य को जंगलराज की ओर धकेल दिया है।
गुरुग्राम, फरीदाबाद, पानीपत, रोहतक, यमुनानगर, हिसार, सिरसा जैसे अन्य शहरों से लेकर हर कोने में दिनदहाड़े फायरिंग और धमकियों के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। शराब माफिया और विदेशी गैंगस्टरों के बीच सांठगांठ ने अपराध को और बढ़ावा दिया है, जिसके लिए सरकार की नीतियां जिम्मेदार हैं। अपराधियों की हिमाक़त इतनी बढ़ चुकी है कि वो सरकार की ओर से शराब के ठेकों तक की बोली नहीं होने दे रहे हैं। भाजपा की नाक तले अपराधी अपराध को अंजाम दे रहे हैं, और सरकार कुंभकर्णी नींद सो रही है। उन्होंने कहा कि मई और जून महीने में हत्या, रंगदारी, फायरिंग की 30 से ज्यादा घटनाएं हुई हैं और सैनी सरकार अपने सत्ता के सिंहासन पर आंख मूंदकर बैठी है।
हरियाणा में दहशत का माहौल
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी पर हमला बोलते हुए सुरजेवाला ने कहा कि 1996 से 1999 में जब हविपा और भाजपा की सरकार थी तब गुंडाराज कायम था व 2000 से लेकर 2005 तक जब इनेलो और बीजेपी की सरकार थी तब कस्बों, शहरों, जिलों और सड़कों पर गैंगस्टर्स, माफियाओं और गुंडों से हरियाणा को शर्मसार होना पड़ा था। आज फिर वही दहशत का दौर आ गया है।