प्रदेश में एसजीपीसी की जमीन, ट्रस्ट पर हरियाणा कमेटी का अधिकार : झींडा
कुरुक्षेत्र, 1 जुलाई (हप्र)
हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमैंट कमेटी के प्रधान जत्थेदार जगदीश सिंह झींडा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने एचएसजीएमसी के पक्ष में फैसला सुनाते हुए मान्यता दी थी। अपने निर्णय में सर्वोच्च अदालत ने स्पष्ट किया था कि हरियाणा प्रदेश में एसजीपीसी की जितनी भी चल-अचल संपत्ति, ट्रस्ट व जमीन जायदाद है, उस पर अब हरियाणा कमेटी का अधिकार होगा। बावजूद इसके शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी श्री अमृतसर संपत्ति व जमीन जायदाद तथा मीरीपीरी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल सहित अन्य कुछ मसलों पर सहमति नहीं जता रही। उन्होंने कहा कि एसजीपीसी के प्रधान हरजिंदर सिंह धामी को एक्ट तथा सुप्रीम कोर्ट के आर्डर का अध्ययन करना चाहिए। एसजीपीसी को उनका साथ देते हुए हरियाणा में स्थित ट्रस्ट, जमीन जायदाद व अन्य संपत्ति हरियाणा कमेटी के नाम कर देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि एसजीपीसी प्रधान से तीन बार बातचीत के लिए मीटिंग तय हुई, लेकिन पता नहीं एसजीपीसी प्रधान बातचीत क्यों नहीं करते। उन्होंने एक बार फिर से एसजीपीसी प्रधान को आपसी मसलों को सहमति से सुलझाने के लिए बातचीत का न्यौता दिया।
पंजाबी भाषा पर दिया जोर
झींडा ने पंजाबी भाषा की जोरदार वकालत करते हुए कहा कि देश में पहले नंबर पर पंजाबी भाषा होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि विश्व भर में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी सर्वोच्च है। श्री गुरु ग्रंथ साहिब में 36 भक्तों और हर धर्म की बाणी है और सरबत का भला चाहने वाला केवल श्री गुरु ग्रंथ साहिब है। एचएसजीपीसी द्वारा ज्यादा परियोजनाओं की घोषणाओं से संबंधी किए गए सवाल पर जत्थेदार झींडा ने कहा कि हर परियोजना पर काम किया जा रहा है। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि वे अभी हाल ही में बीगड़ क्षेत्र का दौरा करने गए थे, जहां पर दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा एक पालिटैकनिक कॉलेज चलाया गया था और लक्खी शाह बंजारा इंटरनेशनल स्कूल भी यही पर था, लेकिन अब वे खंडहर में तबदील हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि ये दोनों संस्थान दिल्ली कमेटी के हैं। उन्होंने कहा कि यदि दिल्ली कमेटी इस भूमि को लीज पर हरियाणा कमेटी को देती है, तो हरियाणा कमेटी दोनों संस्थानों को चलाने के तैयार है। इसके अलावा जत्थेदार झींडा ने कहा कि हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमैंट कमेटी द्वारा किसी भी समागम की प्रचार सामग्री पर न तो उनकी फोटो होगी और न ही किसी मैंबर की। झींडा ने बताया कि देश में अंग्रेजी भाषा के अत्याधिक प्रचलन पर कमेटी ने गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखा गया था।