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मौज मस्ती ही नहीं, भगवान-शिव पार्वती के पुनर्वास का धार्मिक उत्सव है हरियाली तीज : अमरगढ़वाला

कैबिनेट मंत्री की पत्नी शांति बेदी ने की कार्यक्रम में शिरकत अग्रोहा धाम ट्रस्ट की महिला इकाई ने शनिवार को हरियाली तीज महोत्सव हर्षोल्लास से मनाया गया। इस दौरान कैबिनेट मंत्री कृष्ण बेदी की धर्मपत्नी शांति बेदी बतौर मुख्यातिथि...
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कैबिनेट मंत्री की पत्नी शांति बेदी ने की कार्यक्रम में शिरकत

अग्रोहा धाम ट्रस्ट की महिला इकाई ने शनिवार को हरियाली तीज महोत्सव हर्षोल्लास से मनाया गया। इस दौरान कैबिनेट मंत्री कृष्ण बेदी की धर्मपत्नी शांति बेदी बतौर मुख्यातिथि उपस्थित हुईं। जबकि भारत-तिब्बत समन्वय संघ के राष्ट्रीय सह मंत्री अग्रोहा धाम ट्रस्ट के प्रांत प्रचार मंत्री राजेंद्र गुप्ता अमरगढ़ वाला ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।

इस अवसर पर वशिष्ठ अतिथि के रूप में डॉक्टर कुसुम राणा चंडीगढ़ से और नारायण सेवा समिति नरवाना से राजेंद्र भी मौजूद रहे। अग्रोहा महिला मंडल की अध्यक्ष नीलम बंसल की अगुवाई में संस्था की उप प्रधान सुमन गोयल, रचना गोयल, सचिव रेखा मित्तल, कैशियर निशा जिंदल, नेहा, संजना, मंजू, ममता, डिंपल, रीटा आदि ने कार्यक्रम को सफल बनाया।

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कार्यक्रम में विभिन्न प्रकार के आयोजन और व्यंजनाें की व्यवस्था रहीँ शांति बेदी ने अग्रोहा मंडल की महिला अध्यक्ष समेत सभी को बधाई दी और आगे भी इस प्रकार के कार्यक्रम समय-समय पर करने के लिए प्रेरित किया। अध्यक्ष भाषण में राजेंद्र गुप्ता अमरगढ़ वाला ने पूरे हरियाली तीज का महत्व बताते हुए कहा कि साधारण दृष्टि से देखें तो यह उत्सव झूला झूलने का रंग-बिरंगे कपड़े पहनने का मेहंदी का खानपान का है।

अमरगढ़ वाला ने बताया यह इसलिए करते हैं क्योंकि हरियाली तीज वास्त हवन कुंड में हिंदू संस्कृति सनातन संस्कृति में सबसे बड़ा पर्व है। भगवान शिव ने जब माता पार्वती को शक्ति रूप में हवन कुंड के अंदर गिर कर भस्म होने के बाद उनके भगवान विष्णु द्वारा पवित्र अंगों को विभाजित कर दिया था। उसके बाद पुनर्जन्म माता पार्वती के रूप में लेने वाली शक्तिमा ने हरियाली तीज के दिन भगवान भोलेनाथ से पुनर्मिलन हुआ और यह सारी खुशियों का आयोजन उसे कैलाश पर्वत पर होने वाला सदियों सदियों का स्वरूप है।

जिसको हम आज अपनी हरियाणवी संस्कृति में मानते हैं अमरगढ़ वाला ने इस आयोजन में भोलेनाथ को याद करते हुए सभी कार्यक्रम में विराजमान से भगवान भोलेनाथ के लिए प्रार्थना करवाई के हे भोलेनाथ ,आपका मूल स्थान कैलाश मानसरोवर जिसमें आपका माता पार्वती के साथ परिवार के साथ निवास स्थान है । उसको चीन के चंगुल से मुक्त करें । इस अवसर पर अग्रवाल समाज की महिलाओं ने खूब जमकर हरियाणवी कलचर का प्रयोग करते हुए खूब हर प्रकार से आनंद लिया । संस्था की अध्यक्ष नीलम बंसल ने सभी मेहमानों का स्वागत किया और आए हुए सभी बहनों को बधाई दी।

 

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