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गुरु तेग बहादुर ने कमजोर लोगों की रक्षा के लिये दी शहादत : बराला

राज्यसभा सांसद सुभाष बराला ने कहा कि गुरु तेग बहादुर का बलिदान मानवता, धर्म, स्वतंत्रता और सत्य की रक्षा के लिए दिया गया सर्वोच्च उदाहरण है, जिसकी तुलना दुनिया में कहीं नहीं है। उन्होंने कहा कि गुरु साहिब ने निहत्थे...

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नरवाना के गुरुद्वारा धमतान साहिब में आयोजित समागम में भाग लेते सांसद सुभाष बराला। -निस
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राज्यसभा सांसद सुभाष बराला ने कहा कि गुरु तेग बहादुर का बलिदान मानवता, धर्म, स्वतंत्रता और सत्य की रक्षा के लिए दिया गया सर्वोच्च उदाहरण है, जिसकी तुलना दुनिया में कहीं नहीं है। उन्होंने कहा कि गुरु साहिब ने निहत्थे व कमजोर लोगों की रक्षा के लिए अपना जीवन न्योछावर कर दिया। सांसद सुभाष बराला ने रविवार को गुरुद्वारा धमतान साहिब में आयोजित समागम में शिरकत की और गुरु ग्रंथ साहिब के समक्ष माथा टेका। हरियाणा सिख कमेटी द्वारा गुरु तेग बहादुर के 350वें बलिदानी शताब्दी वर्ष को समर्पित तीन दिवसीय भव्य समागम का आयोजन गुरुद्वारा धमतान साहिब में किया जा रहा है। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने सांसद बराला को सिरोपा भेंट कर सम्मानित किया।

सांसद बराला ने कहा कि समागम में भाई मतीदास, भाई सतीदास व भाई दयाला जी की बलिदानी को आज पूरी दुनिया श्रद्धा से याद करती है। साथ ही यह कार्यक्रम गुरु गोबिंद सिंह साहिब के गुराई दिवस को भी समर्पित है, जो सिख इतिहास और परंपराओं में एक गौरवपूर्ण अध्याय है। उन्होंने कहा कि गुरु तेग बहादुर ने हिंद की चादर बनकर पूरे समाज की ढाल बनने का काम किया और अपनी शहादत से धर्म व संस्कृति को अक्षुण्ण रखा। धमतान साहिब गुरु तेग बहादुर की पावन तपोभूमि रही है, जहां वे तीन बार पधारे और यहां के विभिन्न स्थलों पर अपनी अनंत कृपा दृष्टि बरसाई। उन्होंने कहा कि धमतान साहिब में जो ऐतिहासिक कुआं है, वह उन्हीं के समय में बनाया गया था। इसी पवित्र भूमि पर गुरु साहिब ने अपनी कर-कमलों से गुरु घर की नींव रखी थी। इस मौके पर मंडल अध्यक्ष सुरेंद्र प्रजापति, राजेंद्र मल्लू, रंगी राम नैन, गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सभी सदस्य व राज्यसभा सांसद के निजी सहायक कृष्ण नैन कालवन मौजूद रहे।

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