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आंदोलन के समय किए केस वापस ले सरकार : चढ़ूनी

देश के सबसे बड़े किसान संगठन भाकियू चढ़ूनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम चढ़ूनी ने मांग की है कि सरकार को फसलों की खरीद की गारंटी देनी चाहिए, क्योंकि एमएसपी पर खरीद नहीं होने से किसानों को प्रतिवर्ष चार लाख करोड़...
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देश के सबसे बड़े किसान संगठन भाकियू चढ़ूनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम चढ़ूनी ने मांग की है कि सरकार को फसलों की खरीद की गारंटी देनी चाहिए, क्योंकि एमएसपी पर खरीद नहीं होने से किसानों को प्रतिवर्ष चार लाख करोड़ रुपये का नुकसान होता है। वह शाहाबाद में पत्रकारवार्ता कर रहे थे।

उन्होंने हरियाणा सरकार से मांग की है कि किसान आंदोलन के समय के मुकदमे तुरंत प्रभाव से वापस ले, क्योंकि किसान आंदोलन वास्तव में सरकार की गलत नीतियों की वजह से होते हैं और देश को बचाने के लिए होते हैं। उन्होंने प्रस्ताव रखा कि सरकार पूरे वर्ष में एक दिन राष्ट्रीय स्तर पर किसान दिवस के रूप में मनाने के लिए तय करे, उस दिन किसान को बचाने के लिए नीतियां बने और पूरे वर्ष की समीक्षा भी हो।

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उन्होंने कहा कि आज देश की स्थिति यह है कि प्रत्येक आधे घंटे में एक किसान कर्जे तले दबकर आत्महत्या करता है। अब तक देश में कर्जे तले दबे लगभग 4 लाख किसान आत्महत्याएं कर चुके हैं। इसके उलट आज तक एक भी पूंजीपति ने कर्ज से तंग आकर आत्महत्या नहीं की है। उन्होंने कहा कि कृषि बजट निरंतर कम किया जा रहा है, जिससे खेती में सुविधाएं कम हो रही हैं और खेती महंगी होती जा रही है, इससे भारत के किसानों की बर्बादी तय है और भविष्य में जमीन बड़े पूंजीपतियों के पास जाएगी तथा भारत की रोटी बड़े पूंजीपतियों के कब्जे में होगी, जिससे भारत का किसान तबाह होगा ही, उसके साथ साथ बड़े पूंजीपति किसी समय भी खाद्य वस्तुओं की चोर बाजारी शुरू कर देंगे और ऊंचे भाव पर जनता को बेचेंगे, जिससे खाने वाली वस्तुएं पहुंच से बाहर होनी तय हैं तथा भुखमरी बढ़ेगी।

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