क्षतिपूर्ति पोर्टल खोलकर अपने दरवाजे बंद न करे सरकार : दीपेंद्र
सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने आज अम्बाला के साहा, अम्बाला कैंट व अम्बाला शहर आदि जगहों में बाढ़ प्रभावित इलाकों का सघन दौरा किया। उन्होंने कहा कि हरियाणा के अधिकांश इलाके बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हैं। सड़कों, खेतों और आवासीय क्षेत्रों में जलनिकासी न होने से आम जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। दु:ख की बात है कि प्रशासन द्वारा युद्धस्तर पर जलनिकासी के लिए जो प्रयास होने चाहिए थे, वो दिखाई नहीं दे रहे। 2 साल पहले भी ऐसी स्थिति बनी थी, लेकिन सरकार ने कोई सबक नहीं लिया। उन्होंने कहा कि जल निकासी के लिए सरकार युद्धस्तर पर कार्य शुरू करे, केवल क्षतिपूर्ति पोर्टल खोलकर अपने दरवाजे बंद न करे। दीपेंद्र ने मांग की कि सरकार तुरंत बाढ़ व जलजमाव से प्रभावित इलाकों में जलनिकासी की व्यवस्था करे और विशेष गिरदावरी कराकर किसानों को 50 हजार रुपये प्रति एकड़ का मुआवजा दे। उन्होंने कहा कि पिछले 11 सालों में भाजपा सरकार ने जलनिकासी के लिए एक भी नयी ड्रेन नहीं बनाई और न ही कोई नहर बनवाई। हरियाणा में हर वर्ष जलभराव की समस्या विकराल होती जा रही है, जिसके लिये भाजपा सरकार ही जिम्मेदार है।
दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि विधानसभा चुनाव में जनभावना कांग्रेस के साथ थी, लोग प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनवाना चाहते थे, लेकिन भाजपा ने चुनाव आयोग के साथ मिलीभगत करके खुलेआम यंत्र, मंत्र व तंत्र का प्रयोग कर सत्ता हासिल कर ली। दीपेंद्र ने कहा कि हरियाणा के चुनावों में भी व्यापक गड़बड़ियां हुई हैं, बड़े पैमाने पर वोट चोरी हुई। यही कारण था कि चुनाव के समय जब पत्रकारों ने मुख्यमंत्री सैनी से सवाल किया तो उन्होंने खुलेआम सारी व्यवस्थाएं होने की बात कही। मौके पर सांसद वरुण मुलाना, पूर्व मंत्री निर्मल सिंह, राजपाल बुखड़ी, पूर्व विधायक जसबीर मलौर, जिलाध्यक्ष दुष्यंत चौहान, जग्गा खैरा, विजेंद्र गिल, चांदवीर हुड्डा, अनुराग दलाल, सोनू राणा व अतुल महाजन मौजूद रहे।