ठोस प्लान बना बरसाती पानी को नदियों में डाले सरकार : चढ़ूनी
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने मंगलवार शाम शाहाबाद के निकटवर्ती बाढ़ से प्रभावित गांवों नलवी, गोलपुरा, मद्दीपुर, सुलखनी समेत कई गांवों का दौरा कर किसानों की समस्याओं को सुना व नुकसान का जायजा लिया। चढ़ूनी ने कहा कि हरियाणा सरकार किसानों के दर्द को समझने में पूरी तरह से नाकाम साबित हो रही है। पिछले कई वर्षों से टांगरी, मारकंडा नदी व बरसाती पानी के उफान से किसान बर्बाद हो रहे हैं। अगर सरकार ने ड्रेनेज सिस्टम दुरूस्त नहीं किया तो आने वाले समय में किसान खेती छोड़ देंगे। चढ़ूनी ने स्पष्ट किया कि सरकार को जमीन खरीदकर बड़े-बड़े नाले बनवाने होंगे और बारिश का पानी सुरक्षित तरीके से नदियों में डालना होगा। उन्हाेंने कहा कि एक एकड़ खेती पर किसान 25 से 30 हजार रुपए खर्च करता है और सरकार 7 से 15 हजार रुपये देकर खुद को किसान हितैषी बताती है। यह तो किसानों के जख्मों पर नमक छिड़कने जैसा है। उन्होंने साफ किया कि किसानों को न्यूनतम 50 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा मिलना चाहिए। उन्होंने मांग की कि बोरवैल समेत सभी संसाधनों का सही मूल्यांकन कर किसानों को राहत दी जाए। इस मौके पर जसबीर सिंह मामूमाजरा, कुलदीप सिंह व जसबीर सिंह मौजूद रहे।