गीता ही अध्यात्म और शांति का रास्ता : कैलाश सैनी
सदियों वर्ष पूर्व भगवान श्रीकृष्ण ने गीता का उपदेश दिया था। गीता ही अध्यात्म और शांति का रास्ता है। गीता ग्रंथ नहीं बल्कि जीवन का जीता जागता दर्शन है। गीता स्वस्थ जीवन का मूलमंत्र देती है। ये विचार मुख्यमंत्री कार्यालय...
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सदियों वर्ष पूर्व भगवान श्रीकृष्ण ने गीता का उपदेश दिया था। गीता ही अध्यात्म और शांति का रास्ता है। गीता ग्रंथ नहीं बल्कि जीवन का जीता जागता दर्शन है। गीता स्वस्थ जीवन का मूलमंत्र देती है। ये विचार मुख्यमंत्री कार्यालय के प्रभारी कैलाश सैनी ने शनिवार देर सायं ब्रह्मसरोवर पुरुषोत्तमपुरा बाग में महोत्सव के गीता महाआरती कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए व्यक्त किए। इससे पहले मुख्यमंत्री कार्यालय के प्रभारी कैलाश सैनी व अन्य ने दीपशिखा प्रज्वलित कर विधिवत रूप से महाआरती का शुभारंभ किया और गीता महोत्सव पर ब्रह्मसरोवर की महाआरती और पूजा-अर्चना की। इस महाआरती का गुणगान पंडित बलराम गौतम, पंडित सोमनाथ शर्मा, गोपाल कृष्ण गौतम, अनिल व रुद्र ने किया।
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