प्रदेश के सभी 650 अस्पतालों में 7 से आयुष्मान कार्ड से नहीं होगा इलाज
हरियाणा के 650 से अधिक अस्पतालों में आयुष्मान कार्ड से हो रहे इलाज की पेमेंट का भुगतान लंबे समय से नहीं हुआ है। जिसके चलते निजी अस्पताल के संचालकों ने 7 अगस्त से आयुष्मान कार्ड धारकों का इलाज नहीं करने का ऐलान किया है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पदाधिकारी का कहना है कि सरकार इस मामले में गंभीर नहीं है। वह मुख्यमंत्री को मिल चुके हैं, स्वास्थ्य मंत्री को मिल चुके हैं। साथ ही सभी वरिष्ठ अधिकारियों को भी मिल चुके हैं। वास्तव में आयुष्मान कार्ड के तहत बजट ही 2500 करोड़ होना चाहिए था जो 700 से 800 करोड़ रखा गया है। इसीलिए समय पर पेमेंट नहीं होती। उन्होंने कहा कि अब चिरायु कार्ड भी बनाए जा रहे हैं और 70 वर्ष से अधिक के लोगों के आयुष्मान कार्ड बन रहे हैं, लेकिन सरकार इलाज करने वालों को पैसा नहीं दे रही, जिसके चलते निजी अस्पताल 7 अगस्त से इन कार्ड धारकों का इलाज नहीं करेंगे।
इंडियन मेडीकल एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष डॉ. राजन शर्मा का कहना है कि यदि आयुष्मान कार्ड धारकों का इलाज नहीं होता तो इसकी जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग के उन अधिकारियों की होगी, जो बैठकें करने के बावजूद उनमें होने वाले फैसले लागू नहीं करते। उन्होंने बताया कि कि जब यह स्कीम शुरू की गई थी, वह भी उस समय कमेटी के सदस्य थे। तब उन्होंने कहा था कि सरकार इतनी बड़ी स्कीम ला रही है, इतना पैसा कहां से आएगा, लेकिन उनकी बात को नजरअंदाज कर दिया गया। अब पूरे देश में इस स्कीम के तहत करोड़ों रुपये का भुगतान सरकारों ने करना है।