पानीपत,18 फरवरी (हप्र)
एसपी लोकेंद्र सिंह के मार्गदर्शन में कार्रवाई करते हुए थाना साइबर क्राइम पुलिस टीम ने सलारगंज बाजार निवासी बुजुर्ग से डिजिटल अरेस्ट कर एक करोड़ रुपए की ठगी करने वाले गिरोह के चौथे आरोपी को दिल्ली से गिरफ्तार किया। आरोपी की पहचान पंकज निवासी चंद्र विहार फैजलपुर ईस्ट दिल्ली के रूप में हुई।
पूछताछ में आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसने गिरोह में शामिल आरोपियों के कहने पर आईसीआईसीआई बैंक के खाता को लॉगइन कर जानकारी आगे दी थी। इसके लिए उसे 20 हजार रुपये कमीशन मिला था, जो पैसे उसने खाने पीने में खर्च कर दिये। बुजुर्ग से ठगी गई राशि में से 12 लाख रुपए आईसीआईसीआई बैंक के उस खाता में ट्रांसफर हुए थे। शिकायत मिलते ही पुलिस ने तुरंत खाते को फ्रिज करवा राशि पीडि़त के खाते में वापस मंगवा दी थी।
पुलिस ने मंगलवार को पूछताछ के बाद आरोपी पंकज को न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। थाना साइबर क्राइम प्रभारी एसआई अजय ने बताया कि उनकी टीम ने बीते दिनों बुजुर्ग से डिजिटल अरेस्ट कर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ कर आरोपी टीपू सुलतान को गुरुग्राम जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लाकर व आरोपी प्रकाश चौधरी को राजस्थान के जोधपुर से व आरोपी मोहसिन सिद्दकी को दिल्ली से गिरफ्तार किया था। आरोपियों से खुलासा हुआ था आरोपी टीपू सुलतान निवासी सफीपुर हुसैनपुर मुजफ्फरनगर यूपी व हाल गुरुग्राम सेक्टर-25 में डीबीएस बैंक में काम करता है।
आरोपी ने डीबीएस बैंक में जनता गैरेज के नाम से बंद पड़े एक करंट अकाउंट की मेल आईडी व फोन नंबर बदलकर आरोपी मोहसिन सिद्की निवासी बाडा हिंदू राव दिल्ली को वह खाता 5 लाख रुपए में बेचा था। आरोपी मोहसिन सिद्दकी ने वह खाता आरोपी प्रकाश चौधरी निवासी डांगीवास जौधपुर व राजस्थान निवासी एक अन्य साथी आरोपी को दिया था। आरोपी प्रकाश चौधर ने खाते की जानकारी आगे गिरोह के अन्य सदस्यों को दे दी।
अभी तक तीन आरोपी पकड़े गए
पूछताछ में आरोपियों ने पुलिस को बताया था कि आरोपी मोहसिन सिद्दकी को बैंक खाते की एवज में पांच लाख व आरोपी प्रकाश चौधरी को 50 हजार रुपए मिले थे। पुलिस ने तीनों आरोपियों के कब्जे से वारदात में प्रयोग 2 मोबाइल फोन व 11 हजार बरामद कर पूछताछ के बाद तीनों आरोपियों को न्यायालय में पेश करके जेल भेज दिया।