पराली जलाने वाले किसानों पर दर्ज होगी एफआईआर, जुर्माना भी लगेगा
धान सीजन में किसानों द्वारा पराली न जलाने जाने को लेकर शुक्रवार को डीसी डॉ. विरेन्द्र कुमार दहिया ने अधिकारियों की बैठक ली। जिसमें तीनों उप मंडल अधिकारी, कृषि विभाग, पंचायत विभाग, मार्केट कमेटी और अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
डीसी दहिया ने कहा कि अभी धान की फसल आने में समय है, लेकिन हमें इसकी अभी से तैयारी करनी है। जिले में 39 बेलर हैं और विभाग को 30 अन्य बेलरों के लिए लिखा गया है। डीडीपीओ सभी गांव में पटवारी व ग्राम सचिवों के माध्यम से मुनादी करवायें। सरकार द्वारा पराली जलाने वाले किसानों पर प्रति 2 एकड़ तक 5 हजार रुपये जुर्माना व एफआईआर दर्ज करवाई जाती है। कृषि विभाग को पर्याप्त मशीनों की व्यवस्था करनी होगी ताकि किसानों को पराली को जलाने की नौबत न आए।
जल्द आढ़तियों की बैठक लेंगे एसडीएम
डीसी ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए कि वे आढ़तियों की मीटिंग लें और उन्हें बताएं कि जो किसान पराली जलाते हैं, उनकी फसल नहीं खरीदी जाएगी और निर्देशों का पालन न करने पर आढ़तियों का लाइसेंस भी रद्द हो सकता है। विभाग के उप निदेशक डाॅ. आत्माराम गोदारा ने बताया कि जिले का कुल क्षेत्र 2 लाख 40 हजार एकड़ है। एक लाख 84 हजार एकड़ में धान की खेती की गई है। बैठक में एसडीएम मनदीप कुमार, समालखा एसडीएम अमित कुमार, इसराना एसडीएम नवदीप नैन, कृषि विभाग के डीडीए आत्माराम गोदारा, तकनीकी अभियंता सुधीर कुमार, डीईओ राकेश बूरा, माकेटिंग बोर्ड के डीएमईओ महाबीर सिंह, तहसीलदार विरेंद्र गिल व नायब तहसीलदार सौरभ शर्मा मौजूद रहे।