फिजी वारयस की करनाल में दस्तक, किसान फसलों को स्वयं नष्ट करने पर मजबूर : बहादुर मेहला
फिजी वायरस ने करनाल के खेतों में भी दस्तक दे दी है। वायरस से प्रभावित धान की फसलों को किसानों को स्वयं नष्ट करना पड़ा है। भारतीय किसान यूनियन सर छोटूराम ने इस पर चिंता व्यक्त की है। यूनियन के...
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फिजी वायरस ने करनाल के खेतों में भी दस्तक दे दी है। वायरस से प्रभावित धान की फसलों को किसानों को स्वयं नष्ट करना पड़ा है। भारतीय किसान यूनियन सर छोटूराम ने इस पर चिंता व्यक्त की है। यूनियन के प्रवक्ता बहादुर मेहला बलड़ी ने कहा कि बर्बाद हुई फसलों का मुआवजा सरकार को किसानों को देना चाहिए।
मेहला ने कृषि अधिकारियों पर लापरवाही बरतने और किसानों की अनदेखी करने के आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि फिजी वायरस ने फसलों को बर्बाद करना शुरू कर दिया है। इसकी रोकथाम के लिए कृषि अधिकारी कोई कदम नहीं उठा रहे। इस वायरस से बचाने के लिए अधिकारियों को किसानों के साथ मिलकर काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कृषि अधिकारियों को अपने फर्ज निभाने चाहिएं।
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किसान मुसीबत में है तो उसकी सहायता करें। बहादुर मेहला ने कहा कि भाकियू सर छोटूराम सरकार से मांग करती है कि बर्बाद हुई फसलों की विशेष गिरदावरी करवा कर किसानों को मुआवजा जल्द प्रदान किया जाए। किसानों को सडक़ों पर उतरने के लिए मजबूर न किया जाए।
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