फतेहाबाद में पुराने बस स्टैंड की जगह पर बनेगी जिला लाइब्रेरी
जिला बनने के 28 साल बाद जिला लाइब्रेरी का अपना भवन बनने की उम्मीद बंधी है। जिला प्रशासन ने पुराने बस स्टैंड के उत्तर-पश्चिम कोने की 90 गुना 160 फीट की कुल 2 कनाल 13 मरले जगह चिन्हित की है। अभी फिलहाल जिला लाइब्रेरी के नाम पर गोपी राम सर्राफ बाल पुस्तकालय में बिना पुस्तकों के एक स्टडी सेंटर चल रहा है, क्योंकि यहां पुस्तके रखने की जगह ही नहीं है। पुस्तकें बोरियों में बंद नये बस स्टैंड के प्रथम तल पर एक कमरे में रखी गई हैं।
ऐसा नहीं है कि जिला लाइब्रेरी बनाने के प्रयास पहले नहीं किए गए। पुरानी कोर्ट की जगह गुरुद्वारा, रविदास छात्रावास, ब्राह्मण धर्मशाला के साथ जिला लाइब्रेरी के लिए भी घोषित की गई थी। तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने 15 दिसंबर 2016 को जिला लाइब्रेरी के लिए 2 कनाल 13 मरले जगह देने की घोषणा की थी। जिसकी अधिसूचना भी सरकार ने 19 जनवरी 2021 को जारी कर दी थी। कलेक्टर रेट पर इसकी रजिस्ट्री व इंतकाल भी उच्चतर शिक्षा विभाग के नाम हो गया। जिला लाइब्रेरी का नक्शा तैयार होने के बाद इसके निर्माण के लिए सरकार ने 1 करोड़ 38 लाख का बजट भी जारी कर दिया, लेकिन इसी बीच गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने 25 जुलाई 2024 को गुरुद्वारा के साथ लगती जिला लाइब्रेरी की जमीन की मांग कर दी। कमेटी ने इस जमीन को यात्री निवास हेतू मांग करते हुए डीसी को पत्र लिखा।
जिस पर तत्कालीन डीसी मनदीप कौर ने 21 जून 2024 को राजस्व विभाग को उच्चतर शिक्षा विभाग के नाम रजिस्ट्री व इंतकाल रद्द करने बारे लिखा। उन्होंने अनेकों कारण बताते हुए इस जमीन को गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को देने व जिला लाइब्रेरी के लिए पुराने बस स्टैंड की 2 कनाल 13 मरले भूमि की निशानदेही करवाकर जिला लाइब्रेरी के लिए उपयुक्त बताया। जिस पर राजस्व विभाग ने जिला लाइब्रेरी की जमीन को गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को आवंटित कर दिया।
मामला विधानसभा में भी उठा
फतेहाबाद से कांग्रेस विधायक बलवान सिंह दौलतपुरियां ने अगस्त 2025 के विधानसभा अधिवेशन में फतेहाबाद में स्थाई लाइब्रेरी बनाने जाने की मांग की। जिस पर जिला प्रशासन ने जवाब दिया कि पुराने बस स्टैंड की 2 कनाल 13 मरले भूमि खाली है, जो राजस्व रिकॉर्ड में प्रोवेंशियल गवर्नमेंट के नाम चली आ रही है। जिसे जिला पुस्तकालय को आवंटित करने बारे लिखा गया है। जिस पर 15 अक्तूबर 2025 को उच्चतर शिक्षा विभाग ने डीसी को पत्र भेजकर पुराने बस स्टैंड की 2 कनाल 13 मरले जमीन जिला लाइब्रेरी के लिए विभाग के नाम करवाने की मांग की। राज्य राजस्व विभाग ने डीसी को पत्र लिखकर उक्त भूमि के लिए अधिक स्पष्टता करने बारे लिखा है। जिसके लिए प्रशासन तेजी से पत्र व्यवहार में लगा नजर आ रहा है। अब उम्मीद बंधी है कि जिला लाइब्रेरी को 28 साल बाद स्थाई भवन मिल जाएगा। यह भी बता दें कि जिले के शिक्षाविद् व विद्यार्थी काफी समय से पुस्तकालय बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले लाइब्रेरी बनाने की मांग कर रहे हैं।
