पोटली गांव में 16 को खुद रास्ता बनाएंगे किसान
निर्माणाधीन अम्बाला-शामली एक्सप्रेस-वे पर गांव पोटली में किसानों को आवाजाही के लिए रास्ता न दिए जाने से नाराज किसान भाकियू पदाधिकारियों के साथ मिलकर आंदोलन कर रहे हैं। किसानों ने अल्टीमेटम दिया कि यदि उन्हें रास्ते नहीं दिया गया तो वे 16 नवम्बर को खुद रास्ता खोल देंगे। किसानों ने इसकी तैयारियां शुरू कर दी है। वहीं, शुक्रवार को इस आंदोलन पर चर्चा करने के लिए किसानों की एक बैठक अलाहर गांव में हुई। जिसमें प्रदेश उपाध्यक्ष दीपराणा और जिला उपाध्यक्ष यादविंदर कंबोज मौजूद रहे। भाकियू के जिला अध्यक्ष सुभाष गुर्जर ने बताया की 4 नवंबर को डीसी यमुनानगर को प्रदेश अध्यक्ष रतनमान के नेतृत्व में एक नोटिस दिया था और कहा था कि अगर 15 नवंबर तक किसानों का हाईवे पर रास्ता नहीं मिला तो 16 को किसान खुद रास्ता बनाएंगे। इसी को लेकर शुक्रवार को अल्लाहर गांव में किसानों ने अपनी कस्सियों पर रेत लगाकर तैयारी शुरू कर दी। सुभाष गुर्जर ने बताया की पूरे जिले के किसान अपने कस्सियां, तसलों के साथ 16 नवंबर को पोटली गांव में पहुंचेंगे। उन्होंने कहा की प्रशासन किसानों के साथ लड़ना चाहता है और किसानों की ताकत देखना चाहता है। आज तक प्रशासन की तरफ से कोई मैसेज नहीं आया कि डीसी मौका पर पहुंचकर किसानो से बातचीत करेंगे। उन्होंने सभी किसानों से अपील करते हुए कहा कि अपनी तैयारियां रखें और ज्यादा से ज्यादा संख्या में किसान 16 नवंबर को पोटली गांव में धरना स्थल पर पहुंचे, यह धरना पिछले दो महीने से चला हुआ है। इस मौके पर उनके साथ दीपराणा, यादविंदर कांबोज, विनोद डांगी, रोहित कंबोज दामला, रजत सरपंच, प्रदीप कुमार, सतीश कुमार, सचिन, ओमपाल, अमित कुमार, रिकुं, नरेश और रजत शामिल रहे।
