किसान खराब हुई सब्जियों, फलों की फसलों का फोटो पोर्टल पर डालें : डा. शार्दूल शंकर
पानीपत, 3 मई (हप्र) पानीपत जिला में बृहस्पतिवार रात को आये तूफान, बारिश और कई गांवों में हुई ओलावृष्टि से अनेक किसानों की सब्जियां एवं फलों की फसलें खराब हो गई। इससे कई किसानों को भारी नुकसान हुआ है। वहीं,...
पानीपत, 3 मई (हप्र)
पानीपत जिला में बृहस्पतिवार रात को आये तूफान, बारिश और कई गांवों में हुई ओलावृष्टि से अनेक किसानों की सब्जियां एवं फलों की फसलें खराब हो गई। इससे कई किसानों को भारी नुकसान हुआ है। वहीं, भाकियू, किसान संगठनों एवं किसानों ने सरकार व प्रशासन से विशेष गिरदावरी करवाकर बर्बाद हुई सब्जी व फलों की फसलों का मुआवजा देने की मांग की है। सब्जियों व फलों की खेती बागवानी विभाग के अंतर्गत आती है। किसी भी प्राकृतिक आपदा से फसल खराब होने पर बागवानी विभाग की टीम ही किसान के खेत में जाकर आकलन करती है और टीम की रिपोर्ट के आधार पर ही जिन किसानों ने अपनी सब्जियों व फलों की खेती का मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना में इंश्योरेंस करवाया हुआ है, उनको मुआवजा मिलता है। इस बारे में शनिवार को जिला बागवानी अधिकारी डा. शार्दूल शंकर ने बताया कि मुख्यमंत्री बागवानी विभाग बीमा योजना के तहत किसानों की सब्जियों व फलों की फसलों का बीमा होता है, जिसमें किसान को सब्जियों की फसल के 750 रुपये प्रति एकड़ और फलों के लिये एक हजार रुपये प्रति एकड़ प्रीमियम देना होता है। किसी भी प्राकृतिक आपदा के समय किसानों को सब्जियों का अधिकतम 30 हजार रुपये प्रति एकड़ और फलों का अधिकतम 40 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा दिया जाता है। डीएचओ डा. शंकर ने पानीपत के किसानों से अपील करते कहा कि जिन भी किसानों की सब्जियों व फलों की फसलें खराब हुई हैं, वे किसान अपने खेत की फसल खराब होने की फोटो सहित जानकारी विभाग के पोर्टल पर अपलोड कर दें। उसके बाद विभाग की टीम द्वारा किसान के खेत में जाकर असेसमेंट यानि आंकलन किया जाएगा और कितने प्रतिशत फसल खराब हुई है, उसके आधार पर मुआवजा दिया जाएगा।

