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किसानों ने हैफेड कार्यालय बंद करवाकर किया प्रदर्शन

एक सप्ताह से धान की खरीद न होने से थे क्षुब्ध

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समालखा अनाज मंडी में सोमवार को हैफड कार्यालय के बाहर धान की ढेरी मे आग लगाकर प्रदर्शन करते किसान। -निस
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समालखा अनाज मंडी में पिछले करीब एक सप्ताह से धान की खरीद न होने से क्षुब्ध किसानों ने भाकियू की अगुवाई मे सोमवार को प्रदर्शन किया। किसानों ने धान खरीद एजेंसी हैफेड के कार्यालय को ताला लगाकर कार्यालय के बाहर धान की ढेरी मे आग लगाकर रोष प्रदर्शन किया।

भाकियू के जिला प्रधान सूरजभान रावल के नेतृत्व मे नई अनाज मंडी पहुंचकर किसानो ने सरकार विरोधी नारेबाजी की। किसानों ने हैफेड के कर्मचारियो को बाहर निकाल कार्यालय बंद करवाकर सरकार के खिलाफ रोष प्रकट करते हुए धान की ढेरी में आग लगा दी। बता दें कि मंडी मे पिछले एक सप्ताह से धान खरीद न होने से किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। भाकियू ने गत 13 अक्तूबर को भी मार्केट कमेटी कार्यालय परिसर में सांकेतिक धरना देकर आढ़तियों पर किसानों से कमीशन लेकर धान खरीदने का आरोप लगाया था।

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भाकियू जिला प्रधान सूरजभान ने अनाज मंडी मे कमीशनखोरी का आरोप लगाते हुए कहा कि जमींदार को चोरी छुपे 369 रुपए कमीशन देकर धान उठाने का काम करना पड़ रहा है। पिछले करीब एक सप्ताह से एक क्विंटल धान की खरीद नहीं की गई है। जो भी धान ठगी करके भरवाए हैं उनके बदले 369 रुपए कमीशन लिया गया है। प्रधान ने चेतावनी दी है कि अगर मंगलवार तक धान की खरीद नहीं की गई तो बुधवार को धान की करीब 100 ढेरियां आग के हवाले कर दी जाएंगी।

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वही समालखा आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान बलजीत सिह ने कहा कि किसान यूनियन प्रधान अपना धान अच्छे रेट पर बेच गए, क्या उन्होंने किसी किसान की फसल को बिकवाने का काम किया है। किसान यूनियन प्रधान ने अपनी धान की फसल 2369 रुपए पर समालखा मंडी मे बेची है क्या उन्होने आढतियो को कमीशन दिया है। वही हैफड मैनेजर आज़ाद सिंह ने बताया कि गत 21 अक्तूबर को 1111 एमटी धान की खरीद की गई थी। उसके बाद खरीद नहीं हुई है। सोमवार किसानों ने कर्मचारियों और किसानों को बाहर निकाल दिया और दफ्तर बंद कर दिया। उन्होंने कहा मिलर्स के आते ही धान खरीद की जाएगी।

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