प्रदेश की अनाज मंडियों में सोमवार से धान की सरकारी खरीद शुरू हो गई है। यमुनानगर जिले की मंडियों में किसान बेहद खुश हैं। मंडी में सोमवार सुबह से ही किसानों की आवाजाही तेज हो गई और ट्रैक्टर-ट्रॉली पर धान की फसल लेकर किसान मंडियों में पहुंचने लगे। किसानों के चेहरों पर संतोष और खुशी साफ झलक रही है, क्योंकि इस बार धान की सरकारी खरीद एक अक्तूबर की बजाय आठ दिन पहले शुरू कर दी गई है। सरकार के इस निर्णय से किसानों को काफी राहत मिली है। किसानों का कहना है कि जल्दी खरीद शुरू होने से उन्हें न सिर्फ अपनी फसल का उचित मूल्य समय पर मिल पाएगा, बल्कि अगली फसल की बुआई में भी देरी नहीं होगी। मंडी में किसानों को किसी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए प्रशासन और मार्केटिंग बोर्ड ने पहले से ही पूरी तैयारियां कर ली हैं। मंडी सचिव विशाल गर्ग ने बताया कि मंडी में साफ-सफाई, पीने के पानी की व्यवस्था, माप-तौल की मशीनें और भुगतान की प्रक्रिया को लेकर सभी आवश्यक कदम उठाए गए हैं। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि सोमवार को पहले ही दिन 17 हजार क्विंटल धान मंडी में पहुंच चुकी है। 17 प्रतिशत नमी तक की इस धान की खरीद की जा रही है। सरकार द्वारा इस सीजन में धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 2,389 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है। किसानों को उम्मीद है कि समय पर खरीद होने से पूरा लाभ मिलेगा और बिचौलियों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। किसानों ने कहा कि समय पर फसल बिकने से उन्हें अगली फसल की तैयारी करने का भी पर्याप्त समय मिलेगा। कुल मिलाकर, धान की समय से शुरू हुई सरकारी खरीद ने किसानों के उत्साह को दोगुना कर दिया है और मंडी में रौनक बढ़ गई है।
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