मंडी में धान की खरीद और उठान धीमा होने से किसानों में नाराजगी
नयी अनाज मंडी में पीआर धान के सीजन में अव्यवस्थाओं के कारण किसानों और आढ़तियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शहर की तीनों मंडियों में लगभग 50 हजार कट्टे पड़े हैं, लेकिन राइस मिलर्स की आईडी न बनने के कारण उठान नहीं हो पा रहा। वहीं पीआर धान की खरीद भी धीमी गति से हो रही है। मंडी में गेट पास काटने के लिए बनाए गए बूथों पर ऑपरेटर नहीं हैं। अब तक लगभग 250 किसानों के गेट पास कट चुके हैं, लेकिन उठान के अभाव में उनका उपयोग नहीं हो रहा। मार्केट कमेटी ने 35 ऑपरेटरों की मांग भेजी है, लेकिन अभी तक कोई नहीं मिला। भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने मंडियों का दौरा किया और किसानों की समस्याओं को देखा। भाकियू एकता सिद्दुपुर के प्रदेशाध्यक्ष अभिमन्यु कोहड़ा, प्रदेश संयोजक होशियार सिंह गिल प्योदा, भाना राम सेगा, जसविंदर, कुलदीप, देवेंद्र मस्तगढ़, गुरुदेव, किताब सिंह व रमेश ने कहा कि धान का उठान और खरीद धीमा होने से मंडियों में जगह कम हो गई है और किसानों को गंभीर परेशानी हो रही है। उन्होंने एसडीएम और डीएफएससी से इसे जल्द ठीक करने की मांग की। मार्केट कमेटी के सचिव नरेंद्र ढुल ने बताया कि अब तक 16 हजार क्विंटल पीआर धान मंडियों में आ चुका है। राइस मिलर्स की आईडी बनने के बाद उठान तेज होगी और गेट पास के लिए ऑपरेटर जल्द मिल जाएंगे। नयी अनाज मंडी एसोसिएशन के प्रधान कृष्ण मित्तल ने सड़क और स्ट्रीट लाइट की खराब स्थिति सुधारने की मांग की।