हंसी-ठहाकों के बीच फल्गु लोककला महोत्सव संपन्न
फल्गु तीर्थ पर तीन दिवसीय लोककला महोत्सव रविवार को हंसी ठहाकों के बीच संपन्न हो गया। कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग हरियाणा एवं फल्गु मंदिर सुधार समिति के संयुक्त तत्वावधान में चले महोत्सव के तीसरे दिन के कार्यक्रम का शुभारंभ प्रोफेसर कुलदीपचंद अग्निहोत्री ने किया। इस अवसर पर सुभाष गर्ग, कर्म सिंह डॉ. पवन वर्मा निदेशक आकाशवाणी केंद्र हिसार और विख्यात समाजसेवी विजय सिंगला मौजूद रहे। इसके बाद कवियों का स्वागत किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत कवयित्री अनामिका वालिया शर्मा ने सरस्वती वंदना और देश प्रेम का संदेश देने वाली कविताओं से किया। उनके बाद हरियाणवी हास्य कलाकार संजीत कौशिक ने अपने हरियाणवी हास्य-मखौल से श्रोताओं को लोटपोट कर दिया। हरियाणवी कवि प्रदीप सिंह ने समाज पर व्यंग्य करते हुए अपनी कविता ‘बाबू भगवान है’ से श्रोताओं को प्रभावित किया। हास्य कलाकार आजाद दूहन के मंच पर आते ही उपस्थिति श्रोताओं ने उनकी जोरदार अभिनंदन किया। दिनेश शर्मा दिनेश ने फल्गु तीर्थ पर अपना मुक्तक पढ़ा। हास्य विनीत पाण्डेय ने कहा कि जिओ तो जिंदादिली से। गीतकार चरणजीत चरण ने सिया के राम पर विषय पर केंद्रित रामायण के सीता अपहरण से रावण वध तक के प्रसंग पर आधारित अपना विशेष काव्य पाठ प्रस्तुत किया। कार्यक्रम अध्यक्ष सुभाष गर्ग ने सुंदर प्रस्तुति के लिए सभी कवियों और कलाकारों को साधुवाद दिया। डॉ. पवन शर्मा ने कहा कि ऐसे आयोजन समाज को संस्कृति के साथ जोड़े रखने का बेहतरीन साधन हैं। महोत्सव के संयोजक दिनेश शर्मा ने सभी आमंत्रित अतिथियों, कवियों, कलाकारों और उपस्थित दर्शकों का धन्यवाद किया। कार्यक्रम में दिल्ली से विशेष आमंत्रित अतिथि के रूप में वरिष्ठ टीवी पत्रकार पवन कुमार शर्मा की उपस्थिति रही। कार्यक्रम में क्षीरधारा करनाल से विकास गर्ग, आशा, दिल्ली से प्रवीण सिंह, दीपक गुप्ता, पंकज वर्मा, प्रवीण कुमार के अतिरिक्त संजीव राणा, कपिल वर्मा, तरसेम, हर्ष राणा मौजूद थे।