फर्जी डीएसपी गिरफ्तार, यूनिवर्सिटी में सिक्योरिटी का टेंडर दिलाने के नाम पर ठगे थे 11.46 लाख
पानीपत, 25 जून (हप्र)
पानीपत पुलिस टीम ने फर्जी डीएसपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान सुमित आहूजा निवासी 8 मरला के रूप में हुई है। आरोपी ने सिक्योरिटी एजेंसी संचालक को पंजाब यूनिवर्सिटी में सिक्योरिटी का टेंडर दिलाने के नाम पर उससे 11.46 लाख रुपये ठगे थे। डीएसपी मुख्यालय सतीश वत्स ने बुधवार दोपहर बाद पत्रकार वार्ता में बताया कि एसपी कार्यालय में दत्ता कॉलोनी निवासी अमित शर्मा ने शिकायत दी थी कि उसका एवी सिक्योरिटी सर्विस के नाम से माॅडल टाउन में ऑफिस है। सिक्योरिटी के लिए मैनपावर उपलब्ध करवाता है। वह जाटल रोड नहर के पास स्थित कार वर्ल्ड पर गाड़ी की सर्विस करवाने गया था। वहां उसकी सुमित आहूजा व उसकी पत्नी तनवीर से मुलाकात हुई। आरोपी ने स्वयं को इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो पंचकूला में डीएसपी व पत्नी को पंजाब एंड हरियाण उच्च न्यायालय चंडीगढ़ में कार्यरत अधिकारी बताया था। 5 जनवरी 2025 को उसका सेविंग अकाउंट सीज हो गया तो सुमित से बात की। सुमित ने अपने मोबाइल में डीसीपी साउथ जोन मुंबई के नाम से सेव नंबर पर बात की। वकील से भी बात होने की बात कही और फीस के नाम पर 40 हजार रुपये ले लिए। 14 जनवरी को सुमित ने फोन कर कहा कि पंजाब यूनिवर्सिटी में सिक्योरिटी में 4 हजार व्यक्तियों का टेंडर है। डायरेक्टर उसके परिवार का आदमी है। उसको टेंडर दिलवाने की बात कहकर दस्तावेजों की लिस्ट भेज दी। वह उसे चंडीगढ़ स्थित पंजाब लघु सचिवालय में 22 जनवरी को ले गया। उसे गाड़ी में बैठाकर स्वयं अंदर गया और कुछ देर बाद बाहर आकर कहा कि बात हो गई है, 11 लाख रुपये आज ही देने होंगे। उसने आरोपी 11 लाख रुपये दे दिये। बाद में काम के बारे में पूछा तो वह बहाने बनाने लगा। बड़े अधिकारियों से जान पहचान होने की कहकर धमकाना शुरू कर दिया। मामले की जांच सीआईए टू प्रभारी इंस्पेक्टर फूल कुमार ने बताया कि आरोपी पत्नी तनवीर ने उच्च न्यायालय से अपनी अग्रिम जमानत करवाई हुई है, जिसको अप्रैल में शामिल जांच कर गिरफ्तार किया जा चुका है।