बिजली निगम ने औद्योगिक क्षेत्र में 33 केवी पावर सब स्टेशन के लिए एचएसआईडीसी से मांगी आधा एकड़ जमीन
विनोद लाहोट/निस
समालखा, 30 मार्च
समालखा बिजली पावर हाउस पर बढ़ते बिजली के दबाव को कम करने के लिए बिजली निगम ने जीटी रोड स्थित इंडस्ट्रियल एरिया में अलग से 33 केवी पावर सब स्टेशन स्थापित करने का फैसला लिया है, जिसमें 12.5 एमवीए का ट्रांसफार्मर रखा जाएगा। फैक्टी मालिकों की सुविधा के लिए इस पावर सब स्टेशन पर करीब 5 करोड़ रुपए का खर्चा आयेगा। समालखा बिजली निगम के कार्यकारी अभियंता एमएस धीमान ने जानकारी दी कि पावर सब स्टेशन बनाने के लिए निगम ने एचएसआईडीसी विभाग से करीब आधा एकड़ जमीन दिलाने के लिए पत्र भेजा है, जिसकी अनुमति मिलते ही टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
एमएस धीमान ने बताया कि समालखा के एकमात्र 220 केवी पावर हाउस से इंडस्ट्रियल एरिया, मिनी सचिवालय व अनाज मंडी फीडर की सप्लाई की जा रही है। पावर हाउस से करीब 2 या ढाई किलोमीटर दूर हाईवे पर हाई वोल्टेज की लाइनें गुजर रही है, लेकिन इंडस्ट्रियल एरिया की लाइन ब्रेकडाउन होने पर सेफ्टी के लिए मंडी व मिनी सचिवालय की सप्लाई बंद करनी पड़ती है। इसी तरह मिनी सचिवालय हो या फिर अनाज मंडी की लाइनें हाईवे पर ब्रेकडाउन के चलते इंडस्ट्रियल एरिया फीडर की सप्लाई बंद करनी पड़ती है जिससे बिन बिजली खासकर घरेलू उपभोक्ताओं के अलावा व फैक्टी मालिकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इंडस्ट्रियल एरिया में छोटी बड़ी 76 फैक्ट्रियां है, जिनका तकरीबन पूरा साल 170 से 180 एम्पीयर लोड है, लेकिन गर्मी के मौसम में फैक्टरी मालिकों को बिजली समस्या से जुझना पड़ता है।
धीमान ने बताया कि भापरा खेल स्टेडियम के नजदीक करीब 7 करोड़ से 33 केवी पावर सब स्टेशन का निर्माण भी प्रस्तावित है, जिसको लेकर पिछले करीब डेढ़ साल से नगरपालिका द्वारा 1 एकड़ जमीन दिलाने के लिए बिजली निगम की ओर से कार्रवाई जारी है। यह मामला डीसी, एसडीएम समालखा व विधायक मनमोहन भड़ाना को अवगत कराया गया है। नगर पालिका हाउस की मीटिंग में बिजली निगम को जमीन देने का प्रस्ताव पारित होने के बावजूद पालिका अधिकारियों द्वारा आज तक जमीन उपलब्ध नहीं कराई गई। जिस कारण यह मामला अधर में लटका है। उधर, इंडस्ट्रियल एरिया में पावर हाउस के बनने पर फैक्टी मालिकों ने खुशी जहिर की है। एसोसिएशन समालखा के सचिव शिव कुमार गर्ग ने बताया कि निगम के इस फैसले का स्वागत करते हैं।